Water Pollution का शिकार हुई हजारों मछलियां, मुला-मुठा नदी का मामला

महाराष्ट्र की मुला-मुठा नदी में हजारों मछलियों की मौत से गंभीर पर्यावरणीय संकट पैदा हुई है. पुणे में बढ़ रहे प्रदूषण के चलते सुधर की आवश्यकता है. पुणे नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा तत्काल उपाय करने की जरूरत है ताकि नदी का इकोसिस्टम फिर से जीवित हो सके.

Advertisement
मुला-मुठा नदी में मर गईं हजारों मछलियां मुला-मुठा नदी में मर गईं हजारों मछलियां

ओमकार

  • मुंबई,
  • 25 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 4:10 PM IST

महाराष्ट्र के मुला-मुठा नदी में हजारों की संख्या में मछलियां मर गई हैं. इससे नदियों के बिगड़ते इकोसिस्टम के बारे में गंभीर चिंता पैदा हुई है. बड़ी संख्या में मछलियों के मरने का मामला तब सामने आया जब पुणे रिवर रिवाइवल ऑर्गेनाइजेनशन के वॉलंटियर्स यहां इंसपेक्शन के लिए पहुंचे. संगठन ने बाद में इसपर चिंता जाहिर की और नदियों के इकोसिस्टम को ठीक करने पर जोर दिया.

Advertisement

प्रभावित क्षेत्रों में संगमवाड़ी, नाइक बेट और विनायक नगर शामिल हैं, जहां से नदी की स्थिति प्रदूषण और खराब वेस्ट मैनेजमेंट की वजह से तेजी से गिर रही है. पुणे नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त, पृथ्वीराज के मुताबिक, प्रभावित क्षेत्रों से पानी के सैंपल टेस्ट के लिए लैब्स में भेजे गए हैं.

यह भी पढ़ें: इंदौर में गायों को लेकर भिड़े बजरंग दल कार्यकर्ता, नगर निगम कर्मचारियों को पुलिस के सामने लट्ठ से पीटा, सरकारी वाहनों में की तोड़फोड़

लोकल सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का किया गया इंसपेक्शन

एडिश्नल कमिश्नर बताया कि नगर निगम ने महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (MPCB) को इसकी जानकारी दी है और स्थानीय सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) का निरीक्षण किया गया है. एडिश्नल कमिश्नर पृथ्वीराज ने इंडिया टुडे को बताया कि शुरुआती जांच से पता चलता है कि STP का ट्रीटेड वॉटर नदी के सर्फेस में नहीं पहुंचा है, और सीवेज पाइपलाइन की जांच चल रही है.

Advertisement

नाइक द्वीप के पास मिलती हैं मुला और मुठा नदियां

पर्यावरण के लिए काम करने वाले सारंग यादवडकर बताते हैं कि मीडिया में चल रही तस्वीरें नाइक द्वीप के पास के क्षेत्र की हैं, जहां मुला और मुठा नदियां मिलती हैं. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जबकि नगर निगम ने पानी के सैंपल इकट्ठा किए हैं, अधिकारी अभी तक यह निर्धारित नहीं कर पाए हैं कि किस नदी में पॉल्यूटेड एलिमेंट्स हैं.

दोनों नदियों में अलग-अलग वेस्ट्स

यादवडकर ने बताया कि मुठा नदी में खासतौर से सिर्फ डोमेस्टिक सीवेज हैं, लेकिन अगर बात करें मुला नदी की तो इनमें इंडस्ट्रियल वेस्ट्स से भारी प्रदूषित है, जिसमें खतरनाक एलिमेंट्स होते हैं. उन्होंने इंडिया टुडे को बताया कि MPCB पर आवश्यक कार्रवाई न करने का आरोप लगाया.

यह भी पढ़ें: Pune Dumper Accident: पुणे में दर्दनाक हादसा, फुटपाथ पर सो रहे लोगों पर चढ़ा डंपर; 3 ने मौके पर ही तोड़ा दम

मसलन, पुणे में तीव्र शहरीकरण शहर की नदियों पर काफी दबाव डाल रहा है. हालांकि, नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा स्थापित नियमों का पालन न करने से स्थिति और खराब हो गई है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement