देश इस वक्त कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहा है. ऐसे में एक्सपर्ट ने कई राज्यों में तीसरी लहर आने का अंदेशा भी लगाया है. महाराष्ट्र में भी अगले दो से तीन महीने में तीसरी लहर का खतरा है. इसको लेकर महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का कहना है कि हम उसके लिए अभी से तैयारी कर रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का कहना है कि कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि जुलाई या अगस्त में महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है, ऐसे में हम अभी से उससे निपटने की तैयारी कर रहे हैं. हमने अभी से ऑक्सीजन प्लांट्स और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स सेटअप करने शुरू कर दिए हैं. भविष्य में ऑक्सीजन की किल्लत ना हो, इसके लिए अधिकारियों को आदेश दे दिए गए हैं. हम बड़ी संख्या में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन करना होगा. सबसे जरूरी टू-टियर सिटी हैं, जहां बड़े-बड़े अस्पताल और एजुकेशन की सुविधा नहीं है. हम वहां मेडिकल फैसिलिटी सेटअप करने जा रहे हैं.
वैक्सीनेशन के तीसरे फेज को लेकर राजेश टोपे ने कहा कि 1 मई से वैक्सीनेशन शुरू नहीं किया जा सकता. उन्होंने बताया कि सीरम की तरफ से हमें सिर्फ तीन लाख डोज मिल रहे हैं. जो हमारे लिए पर्याप्त नहीं है. हमें कम से कम 20 लाख डोज की जरूरत है, तब जाकर 18 से 44 साल के लोगों का वैक्सीनेशन शुरू हो सकता है.
उन्होंने कहा कि वैक्सीन के 3 लाख डोज एक दिन में खत्म हो जाएंगे. हमने उन्हें बताया है कि हमें 12 करोड़ डोज की जरूरत है. फाइजर महंगी है. उसके एक डोज की कीमत 1,400 रुपए है. चीनी वैक्सीन की कीमत 750 रुपए है. उन्होंने कहा कि हम जायडस कैडिला और जॉन्सन एंड जॉन्सन से संपर्क में है. जॉन्सन एंड जॉन्सन की वैक्सीन का एक ही डोज लगता है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगले दो-तीन दिन मुंबई में वैक्सीनेशन नहीं होगा, क्योंकि वैक्सीन है ही नहीं. वैक्सीनेशन सेंटर के बाहर हमने भीड़ देखी है, लेकिन वैक्सीन नहीं होने की वजह से उन्हें लौटना पड़ता है. उन्होंने बताया कि हमारे पास वैक्सीनेशन के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर है, लेकिन वैक्सीन नहीं है. इसलिए हमने कई बार प्रधानमंत्री से भी वैक्सीन को लेकर अनुरोध किया है.
सौरभ वक्तानिया