मां गई थी मंदिर में पूजा करने, खोजते हुए घर से निकली 16 महीने की मासूम, वहीं बैठा तेंदुआ उठा ले गया

दिवाली के दिन 16 माह की मासूम बच्ची पर आदमखोर तेंदुए ने हमला कर दिया, जिसमें मासूम की मौत हो गई. यह घटना सुबह करीब 6.30 बजे तब हुई, जब बच्ची अपनी मां के साथ मंदिर जा रही थी. इस घटना के बाद बच्ची के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है. वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि तेंदुए की गतिविधियों की पहचान और निगरानी के लिए 'कैमरा ट्रैप' लगाए जाएंगे.

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आदमखोर तेंदुए के हमले से मासूम बच्ची की हुई मौत आदमखोर तेंदुए के हमले से मासूम बच्ची की हुई मौत

मुस्तफा शेख

  • मुंबई ,
  • 25 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 11:06 AM IST

मां गई थी मंदिर में पूजा करने, खोजते हुए घर से बाहर आ गई 16 महीने की मासूम, वहीं बैठा तेदूंआ उठा ले गया 

मां को खोजते हुए घर से निकली 16 माह की मासूम, बाहर बैठा तेंदुआ उठा ले गया  

मुंबई की आरे कॉलोनी में सोमवार तड़के दिवाली के दिन 16 माह की मासूम बच्ची पर आदमखोर तेंदुए ने हमला कर दिया. जिसमें वो बुरी तरह से घायल हो गई. घटना के तुरंत बाद बच्ची को अंधेरी ईस्ट के सेवन हिल्स अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया. लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

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आरे थाना के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना सुबह करीब 6.30 बजे हुई, जब बच्ची अपनी मां के साथ मंदिर जा रही थी.  मंदिर उनके घर से कुछ ही दूरी है. इस घटना के बाद दिवाली की खुशियां मातम में बदल गई. बच्ची के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाला है. 

जानकारी के मुताबिक दिवाली की सुबह बच्ची की मां घर से सटे एक मंदिर में पूजा अर्चना करने गई. जब बच्ची ने देखा उसकी मां घर में नहीं है तो वह भी घर से बाहर आ गई. वहां पहले ही घात लगाए बैठे तेंदुए ने बच्ची पर हमला कर उसे उठाकर जंगल की तरफ ले गया. मां देखा कि तेंदुआ उनकी बच्ची को उठाकर ले जा रहा है तो उसने शोर मचाना शुरू कर दिया और गांव वाले इकट्ठा हो गए. सभी लोग बच्ची को ढूंढते हुए जंगल की तरफ दौड़े जहां कुछ ही दूरी पर बच्ची खून से लथपथ झाड़ियों में पड़ी मिली. उसे उठाकर अस्पताल ले जा जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.  

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पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज कर ली है. मामले की जांच की जा रही है, वहीं वन विभाग ने क्षेत्र में मानव और वन्यजीवों के बीच संघर्ष को रोकने के लिए एक कार्य योजना शुरू की है. उन्होंने बताया कि वन विभाग ने रेस्किंक एसोसिएशन फॉर वाइल्डलाइफ वेलफेयर (आरएडब्ल्यूडब्ल्यू) की एक टीम को मदद के लिए बुलाया है.

इस घटना के बाद क्षेत्र में एक वन्यजीव एंबुलेंस,  मुंबई वन विभाग से वन्यजीव संकट प्रतिक्रिया टीम और स्वयंसेवकों को तैनात किया है. उन्होंने कहा कि बचावकर्मी, तेंदुआ विशेषज्ञ, पशु चिकित्सक और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी पूरे सप्ताह आरे कॉलोनी के वन क्षेत्र में लगातार तैनात रहेंगे. बताया जा रहा है कि क्षेत्र में एक महीने से भी कम समय में यह तीसरी घटना है.

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रात में गश्त की जाएगी और तेंदुए की गतिविधियों की पहचान और निगरानी के लिए 'कैमरा ट्रैप' लगाए जाएंगे. संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के पास स्थित, आरे को मुंबई का महत्वपूर्ण वन क्षेत्र माना जाता है. इस इलाके में पहले भी तेंदुए के हमले की कई घटनाएं हो चुकी हैं. संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के पास स्थित, आरे को मुंबई का महत्वपूर्ण वन क्षेत्र माना जाता है. इस इलाके में पहले भी तेंदुए के हमले की कई घटनाएं हो चुकी हैं. 

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