'हमने औरंगाबाद और अहमदनगर का नाम बदला, औरंगजेब के अनुयायियों में इतनी हिम्मत नहीं', महाराष्ट्र में बोले अमित शाह

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र की 15 सहकारी शुगर मिलों को CBG और पोटाश प्लांट के लिए NCDC फंडिंग देने की घोषणा की. ये परियोजना भारत में सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देगी. अमित शाह ने महाराष्ट्र की सहकारी परंपरा की सराहना की और फलों के प्रसंस्करण, दाल मिशन, किसान राहत और GST सुधारों का उल्लेख किया. उन्होंने स्वदेशी उत्पाद अपनाने और भारत को नंबर वन अर्थव्यवस्था बनाने पर जोर दिया.

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अमित शाह ने महाराष्ट्र की 15 सहकारी शुगर मिलों को NCDC फंडिंग का ऐलान किया (Photo: AP) अमित शाह ने महाराष्ट्र की 15 सहकारी शुगर मिलों को NCDC फंडिंग का ऐलान किया (Photo: AP)

aajtak.in

  • अहिल्यानगर,
  • 05 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 7:05 PM IST

केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि देशभर की 15 सहकारी शुगर मिलों को राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (NCDC) की फंडिंग दी जाएगी, ताकि वे कंप्रेस्ड बायोगैस (CBG) और पोटाश उत्पादन प्लांट स्थापित कर सकें. ये घोषणा उन्होंने अहिल्यानगर जिले के कोपरगांव स्थित सहकार महर्षि शंकरराव कोल्हे सहकारी शुगर कारखाना में आयोजित CBG यूनिट, स्प्रे ड्रायर और पोटाश ग्रेन्यूल निर्माण प्लांट के उद्घाटन समारोह में की. 

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इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि भाजपा-शिवसेना सरकार ने औरंगाबाद का नाम बदला, और अहमदनगर का नाम अहिल्यानगर भी रखा. ये काम वही लोग कर सकते हैं, जो छत्रपति के अनुयायी हैं. औरंगज़ेब के अनुयायियों में इतनी हिम्मत नहीं होती.

कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने कहा कि ये परियोजना भारत के सहकारी क्षेत्र में एक नया अध्याय खोल रही है, उन्होंने कहा कि मैं निदेशक विवेक कोल्हे से कहना चाहता हूं कि ये कार्य पूरे देश में फैलाया जाएगा. मोदी सरकार 15 सहकारी शुगर मिलों को NCDC फंडिंग देगी, ताकि वे अपने परिसर में ऐसे प्लांट लगा सकें. यह एक नई शुरुआत होगी. 

अमित शाह ने बताया कि इस परियोजना के तहत GAIL, BPCL, इफ्को और राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स के साथ CBG की खरीद के लिए समझौता कर लिया है. इसका उद्देश्य सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देना है.

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महाराष्ट्र की सहकारी परंपरा की सराहना की

केंद्रीय गृहमंत्री ने महाराष्ट्र की सहकारी परंपरा की सराहना करते हुए कहा कि महाराष्ट्र ने शुगर कोऑपरेटिव आंदोलन की शुरुआत की थी, अब इसे सर्कुलर इकोनॉमी में भी नेतृत्व करना चाहिए. अगर राज्य सरकार इन मिलों का समर्थन करेगी, तो केंद्र सरकार भी हर प्रकार की मदद देगी.

विविधीकरण और अतिरिक्त आय

उन्होंने कहा कि लाभकारी शुगर मिलों को फल प्रसंस्करण शुरू करना चाहिए. इससे फलोत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और मिलों को अतिरिक्त आय होगी.

दाल मिशन और किसान राहत

अमित शाह ने कहा कि हाल ही में मिशन फॉर आत्मनिर्भरता इन पल्सेज को मंजूरी दी गई है. इसके लिए 2025-26 से 2030-31 तक 11,440 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं. इसके तहत 1,000 दाल प्रसंस्करण यूनिट स्थापित की जाएंगी और 38 लाख उच्च गुणवत्ता वाले बीज किट किसानों को वितरित किए जाएंगे.

GST सुधार से लाभ

अमित शाह ने कहा कि हाल ही में लागू GST सुधारों से किसानों पर टैक्स का बोझ कम हुआ है. ट्रैक्टर, पार्ट्स, हार्वेस्टर, थ्रेशर, मधुमक्खी पालन उपकरण, स्प्रिंकलर, ड्रिप इरिगेशन और पोल्ट्री मशीनरी पर अब 5% GST की दर लागू है.

स्वदेशी अपनाने का संदेश

अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत को दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाया है. हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब हैं, लेकिन नंबर वन बनने के लिए स्वदेशी अपनाना ही एकमात्र विकल्प है. हर नागरिक को देशी उत्पादों का उपयोग बढ़ाना चाहिए.

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