शिंदे गुट को ना होम मिनिस्ट्री मिलेगी और ना ही रेवेन्यू! अमित शाह के घर देर रात नड्डा-फडणवीस के बीच मंथन

बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार 14 दिसंबर को हो सकता है. भाजपा नेता ने यह भी कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को गृह विभाग नहीं मिलेगा और राजस्व विभाग भी आवंटित किए जाने की संभावना नहीं है.

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महाराष्ट्र में पोर्टफोलियो आवंटन को लेकर सस्पेंस के बीच देवेंद्र फडणवीस ने दिल्ली में अमित शाह के साथ की बैठक. (PTI Photo) महाराष्ट्र में पोर्टफोलियो आवंटन को लेकर सस्पेंस के बीच देवेंद्र फडणवीस ने दिल्ली में अमित शाह के साथ की बैठक. (PTI Photo)

ऋत्विक भालेकर

  • मुंबई,
  • 12 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 7:51 AM IST

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार देर रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ उनके आवास पर बैठक की. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद 5 दिसंबर को महायुति सरकार ने सत्ता संभाला था. उसके बाद बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के बीच विभागों के आवंटन को लेकर चल रही अटकलों के बीच यह बैठक हुई. उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अमित शाह के साथ बैठक में मौजूद नहीं थे. 

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सूत्रों के मुताबिक, देवेंद्र फडणवीस की बीजेपी के शीर्ष नेताओं के साथ महायुति सरकार में शामिल दलों के बीच पोर्टफोलियो आवंटन को लेकर चर्चा हुई. बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार 14 दिसंबर को हो सकता है. भाजपा नेता ने यह भी कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को गृह विभाग नहीं मिलेगा और राजस्व विभाग भी आवंटित किए जाने की संभावना नहीं है.

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महाराष्ट्र में 14 दिसंबर को हो सकता है कैबिनेट विस्तार

नाम न छापने की शर्त पर बीजेपी नेता ने कहा, 'कैबिनेट विस्तार 14 दिसंबर तक होने की संभावना है. शिवसेना को गृह विभाग नहीं मिलेगा, शहरी विकास मंत्रालय मिल सकता है. राजस्व विभाग मिलने की संभावना भी नहीं है. भाजपा मुख्यमंत्री पद सहित 21 से 22 मंत्री पद अपने पास रखेगी, साथ ही चार से पांच मंत्री पद खाली रखे जा सकते हैं. पोर्टफोलियो आवंटन पर बातचीत में देरी हो रही है, क्योंकि इसमें तीन दल (महायुति सहयोगी - भाजपा, शिवसेना और राकांपा) शामिल हैं.' महाराष्ट्र कैबिनेट में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 43 मंत्री हो सकते हैं. 

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शिवसेना विधायक और प्रवक्ता संजय शिरसाट ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट कर दिया है कि विभागों का आवंटन राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले होगा, जो 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है. इससे पहले देवेंद्र फडनवीस ने अपनी दिल्ली दौरे के बारे में पूछे जाने पर मीडिया कर्मियों से कहा कि वह मुख्यमंत्री बनने के बाद बीजेपी के शीर्ष नेताओं से शिष्टाचार भेंट करने राष्ट्रीय राजधानी जा रहे हैं. उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की.

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महाराष्ट्र में 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन ने 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया. देवेंद्र फडणवीस ने 5 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इस बीच देवेंद्र फडनवीस ने रामेश्वर नाइक को मुख्यमंत्री राहत कोष का प्रमुख नियुक्त किया है. नाइक ने पूर्व सीएम एकनाथ शिंदे के करीबी माने जाने वाले मंगेश चिवटे की जगह ली.

रामेश्वर नाइक बने सीएम रिलीफ फंड के नए चीफ

जून 2022 में शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद मंगेश चिवटे को यह पद दिया गया था. रामेश्वर नाइक इससे पहले उपमुख्यमंत्री के चिकित्सा सहायता प्रकोष्ठ के प्रमुख थे, जब फडणवीस इस पद पर थे. मुख्यमंत्री राहत कोष प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित परिवारों और व्यक्तियों, दुर्घटनाओं में जान गंवाने वालों के परिजनों और रिश्तेदारों या मरीजों को बड़ी बीमारियों के इलाज के लिए सहायता प्रदान करता है. 

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शिवसेना अपने तीन मंत्रियों को रिपीट नहीं करेगी

पोर्टफोलियो आवंटन पर अटकलों के बीच, एक शिवसेना नेता ने कहा कि पार्टी नई राज्य कैबिनेट में तीन पूर्व मंत्रियों को मौका नहीं देगी. इसके पीछे का कारण मंत्री के रूप में उनका परफॉर्मेंस ठीक नहीं होना और जनता के लिए एक्सेसिबल नहीं होना बताया गया है. पार्टी उनकी जगह नए चेहरों को मौका दे सकती है. एकनाथ शिंदे के करीबी शिवसेना विधायक ने पीटीआई को बताया कि जिन तीन पूर्व मंत्रियों को इस बार कैबिनेट में शामिल नहीं करने का निर्णय लिया गया है- वे कोंकण, पश्चिमी महाराष्ट्र और मराठवाड़ा से आते हैं. पार्टी के कई विधायकों ने शिकायत की थी कि पिछली महायुति सरकार के दौरान उनके लिए भी इन तीनों मंत्रियों तक पहुंचना आसान नहीं था. 

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