पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की ओर से शराबबंदी और नशा मुक्ति के लिए शुरू किए जा रहे अभियान को अब पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव का समर्थन मिल गया है. अरुण यादव ने बुधवार को उमा भारती की शराबबंदी की मांग का समर्थन करते हुए कहा, 'प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी को लेकर मेरे पूज्य पिताजी स्व.सुभाष यादव जी ने भी सरकार का अंग रहते हुए इस मांग का समर्थन किया था.'
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अरुण यादव ने आगे कहा, 'उनके बाद अब उमा दीदी ने प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था, महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, बलात्कार, गैंगरेप और उसके बाद की जा रहीं हत्याओं का प्रमुख कारण सिर्फ और सिर्फ शराब - अन्य नशीले पदार्थों को ही मानते हुए जिम्मेदार ठहराया है जो ऐतिहासिक सच्चाई भी है. लिहाजा, जनहित और सच की आवाज़ उठाने वाली देश और प्रदेश की कद्दावर नेता उमा भारती जी ने जो आह्वान किया है, व्यक्तिगत तौर पर मैं उसका पूर्ण समर्थन करता हूँ, उमा दीदी अपने छोटे भाई के रूप में मुझे जो भी आदेशित करेंगी मैं उसका पालन व सदैव सहयोग करने हेतु तत्पर रहूंगा'.
मुख्यमंत्री शिवराज को भी लिख चुके हैं पत्र
आपको बता दें कि इससे पहले बतौर प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने साल 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर मध्य प्रदेश में शराबबंदी की मांग की थी. अरुण यादव ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर यह कहा था कि राजस्व से होने वाले नुकसान को नजर अंदाज करते हुए और प्रदेश की आधी आबादी को शराबबंदी से होने वाले फायदे को ध्यान में रखते हुए शराब बंदी लागू कर देनी चाहिए.
रवीश पाल सिंह