लंबे अंतराल के बाद मध्यप्रदेश बीजेपी ने मंगलवार रात को अपनी प्रदेश कार्यसमिति की घोषणा की लेकिन कुछ ही मिनटों में इस पर विवाद शुरू हो गया. बीजेपी कार्यसमिति की सूची में पदाधिकारियों के नाम के आगे उनकी जाति लिख दी गई.
बीजेपी के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप पर सूची डाली गई थी लिहाज़ा तेज़ी से लिस्ट वायरल भी हो गई. जाति वाली सूची पर विवाद बढ़ा तो ग्रुप से सूची डिलीट कर दी गई औए देर रात करीब 1 बजे नई सूची जारी की गई जिसमें पदाधिकारियों की जाति का जिक्र नहीं है.
इस बीच बीजेपी कार्यसमिति में पहली बार ज्योतिरादित्य सिंधिया के कुछ समर्थकों को भी जगह मिल गई है. सिंधिया समर्थक इमरती देवी को कार्यसमिति सदस्य बनाया गया है, जबकि रघुराज कंसाना और गिर्राज दंडोतिया विशेष आमंत्रित सदस्य बने हैं. सिंधिया समर्थक भोपाल के युवा नेता कृष्णा घाडगे भी कार्यसमिति सदस्यों की सूची में शामिल हैं. कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आने वाले ऐंदल सिंह कंसाना को भी कार्यसमिति सदस्य बनाया गया है.
माना जा रहा है कि बुधवार को सिंधिया भोपाल दौरे पर रहेंगे इसलिए उनके दौरे से ठीक पहले यह सूची जारी कर उनके भी समर्थकों को इसमें जगह दी गई है क्योंकि कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में आने के बाद से ही कई सिंधिया समर्थकों के पास संगठन में कोई पद नहीं था जिसे लेकर सवाल खड़े होते रहते थे.
रवीश पाल सिंह