उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में पिछले कई दिनों से 41 मजूदर फंसे हुए हैं. इनमें झारखंड के रामगढ़ और रांची जिले के तीन युवक अनिल बेदिया, राजेंद्र बेदिया और सुखराम बेदिया भी शामिल हैं. एक ओर परिवार के लोग इन तीनों के सही सलामत बाहर निकल आने की दुआ कर रहे हैं. दूसरी तरफ इस परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. परिवार के दो अन्य युवकों का सड़क हादसे में निधन हो गया है.
दरअसल, मंगलवार को झारखंड के रांची पटना NH/33 हाईवे के चूट्टूपालू घाटी में रांची की ओर से आ रहे अनियंत्रित ट्रेलर ने आगे चल रही दो गाड़ियों को टक्कर मार दी. साथ ही गिट्टी से लदे ट्रैक्टर को रौंदते हुए ट्रेलर पलट गया. हादसे में ट्रैक्टर सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि टेलर के ड्राइवर की भी हादसे में जान चली गई. मरने वालों में दो युवक चचेरे भाई थे. जो सिलक्यारा सुरंग में फंसे बेदिया परिवार के युवकों को परिवार से थे. रिश्ते में सभी चचेरे भाई हैं.
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
इस हादसे ने बेदिया परिवार को झझकोर कर रख दिया है. परिजन एक तरफ ये टनल में फंसे अपने बेटों की सलामती की दुआ मांग रहे हैं. वहीं मंगलवार को हुई सड़क दुर्घटना में दो बेटों की दर्दनाक मौत से परिवार में मातम छाया हुआ है. बेदिया परिवार के बुजुर्ग श्रवण बेदिया ने बताया कि वह विकलांग है. टनल में मेरा बेटा राजेंद्र फंसा हुआ है और सड़क दुर्घटना में भतीजा दिनेश बेदिया की मौत हो गई. हम उत्तराखंड के सरकार से यही मांग करते हैं कि बेटे को सही सलामत घर पहुंचा दे.
सिलक्यारा सुरंग में फंसे हुए हैं तीन भाई
टनल में फंसे अनिल बेदिया के पिता चरकू बेदिया का कहना है कि हम भगवान से प्रार्थना करते हैं उनका बेटा सही सलामत घर आ जाए. जानकारी के अनुसार, सड़क हादसे का शिकार हुए बुलेट सवार तीनों युवक मांडू थाना क्षेत्र के मांडू डीह के निवासी थे. सभी मृतकों की उम्र 19 से 20 वर्ष के बीच बताई जा रही है. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है.
राजेश वर्मा