धनबाद के कुछ बंद पड़े कोयले की खदान में चोरी-छिपे अवैध खनन का काम चलता रहता है. ऐसी ही एक बंद खदान में अवैध खनन से भू-धंसान का मामला सामने आया है. बताया जाता है कि निरसा स्थित ईसीएल मुगमा एरिया में अवैध खनन के दौरान भू-धंसान की घटना हुई है. इससे काफी बड़े क्षेत्र में जमीन पर दरार पड़ गई है. वहीं इस धंसान में कई लोगों के दबे होने की भी बात कही जा रही है. हालांकि, प्रशासन ने ऐसी किसी भी घटना की पुष्टि नहीं की है.
सूचना के अनुसार कापासरा के बंद पड़े कोयले की खदान में बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन का काम चल रहा था. इसी क्रम में अवैध खनन धंस गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस दौरान मौके से कई लोग भागने में सफल रहे, लेकिन कुछ लोग इस धंसान की चपेट में आ गए हैं. बताया जा रहा है कि दर्जन भर लोग अभी भी वहां फंसे हुए हैं.
लोगों के दबे होने से प्रशासन ने किया इनकार
वहीं घटना की सूचना पर एसडीपीओ रजत माणिक बाखला, सीओ कृष्णा कुमार मरांडी और निरसा थाना प्रभारी मंजीत कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे तथा घटना स्थल का जायजा लिया. घटना के संबंध में सीओ कृष्णा कुमार मरांडी ने बताया कि भू-धंसान की सूचना पर वो क्षेत्र का निरीक्षण करने यहां पहुंचे थे.
अवैध खनन पर होगी सख्ती
उन्होंने धंसान में लोगों के दबे होने की बातों को नकारते हुए कहा कि कई बार अवैध खनन को रोकने के लिए ईसीएल प्रबंधन के साथ बैठक हुई है. क्षेत्र को कंटीले तार से बैरिकेडिंग भी किया गया है. इसके बावजूद यहां भारी संख्या में अवैध खनन का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो सिंडिकेट इस अवैध खनन का काम करवा रहा है वो अब बख्शे नहीं जाएंगे.
सिथुन मोदक