Ankita Singh के पिता बोले- मुआवजा पहले दिया होता तो हम बेटी का बेहतर इलाज करा पाते

झारखंड के दुमका में आग लगाकर मारी गई अंकिता सिंह के पिता संजीव सिंह का बयान सामने आया है. पीड़ित पिता ने कहा है कि CM सोरेन ने पहले मुआवजा दिया होता तो हम बेटी का बेहतर इलाज करा पाते. परिजन आरोपी शाहरुख को फांसी देने की मांग कर रहे हैं.

Advertisement
अंकिता सिंह  (फाइल फोटो) अंकिता सिंह (फाइल फोटो)

सूर्याग्नि रॉय

  • दुमका,
  • 29 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 6:25 PM IST

अपनी बेटी अंकिता सिंह की मौत के गम में डूबे पिता संजीव सिंह झारखंड सरकार की ओर से दिए मुआवजे से नाखुश हैं. उनका कहना है कि अगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पहले ही मुआवजा दे दिया होता तो आज उनकी बेटी जिंदा होती, क्योंकि हम उसे बेहतर इलाज के लिए ले जा सकते थे. 

दुमका में Aajtak की टीम मृतका अंकिता सिंह के घर पहुंची और परिवार के लोगों से बातचीत की. इस दौरान परिवार ने दोषी शाहरुख को जल्द से जल्द फांसी दिए जाने की मांग की है. 

Advertisement

उधर, प्रदेश के सीएम सोरेन ने पीड़िता परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. साथ ही इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की बात कही. स्थानीय प्रशासन ने पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया है.

आग से बुरी तरह झुलसने के कारण दुनिया को अलविदा कहने वाली अंकिता सिंह की मौत के बाद आरोपी शाहरुख को फांसी दिए जाने की मांग को लेकर हिंदू संगठन जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं.

मौत से पहले दिए बयान में अंकिता ने शाहरुख और छोटू खान का नाम लिया था. जिसमें अंकिता पर पेट्रोल डालकर आग लगाने वाला मुख्य आरोपी शाहरुख पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था और आज उसके साथी छोटू खान को पुलिस ने अपनी हिरासत में लिया है. आरोपी छोटू खान ने अपनी सफाई में कहा कि वह शाहरुख के साथ नहीं था. 

Advertisement

बता दें कि अंकिता सिंह आग में 90 फीसदी जल चुकी थी. रांची के रिम्स में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.अंकिता की मौत की खबर सामने आने के बाद से ही दुमका में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन जारी है. बीजेपी ने भी झारखंड सीएम सोरेन पर इस मामले को लेकर जमकर निशाना साधा है. इस समय सीएम सोरेन अपने विधायकों के साथ छत्तीसगढ़ में मौजदू हैं.

शाहरुख है ड्रग एडिक्ट

अंकिता से एकतरफा प्यार करने वाला 23 साल का आरोपी शाहरुख ड्रग एडिक्ट बताया गया है. वह केवल पांचवीं तक पढ़ा है.  दुमका की एक कॉलोनी में रहने वाला शाहरुख मजदूरी करता था. पिछले एक-डेढ़ साल से अंकिता का पीछा कर रहा था. अंकिता से दोस्ती करने और मिलने के बोल रहा था. मना करने पर उसने 23 अगस्त की अलसुबह घर में सो रही अंकिता पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी थी. इस दौरान शाहरुख के साथ उसका दोस्त छोटू खान भी मौजूद था.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement