झारखंड के गढ़वा जिले के मेराल थाना क्षेत्र के औरैया गांव से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है. गांव के निवासी अनिल चौधरी ने अपनी अविवाहित नाबालिग बेटी और उसके जन्मे नवजात बच्चे की निर्मम हत्या कर दी और शव को नदी किनारे गाड़ दिया. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने सोमवार को मौके पर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार किया और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कब्र से दोनों शव निकालकर गढ़वा सदर अस्पताल में अंत्यपरीक्षण के लिए भेजा.
प्रेमी को जेल भेजवा दिया
सूत्रों के अनुसार, 2 अक्टूबर को अनिल की नाबालिग बेटी ने एक बच्चे को जन्म दिया. इस दौरान आरोपी पिता ने अपनी बेटी के प्रेमी को बहला-फुसलाकर जेल भेजवा दिया था. प्रेमी जेल से छूटकर घर लौटने के बाद यह जानकारी मिली कि उसके बच्चे की हत्या की साजिश रची जा रही है. उसने तत्काल मेराल थाना में लिखित शिकायत दी. सूचना के आधार पर थाना प्रभारी विष्णुकांत और उनकी टीम तुरंत गांव पहुंचे.
दोनों शवों की नदी किनारे दफना दिया
पुलिस के पहुंचते ही अनिल चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी ने अपने नाबालिग बेटी और उसके नवजात का शव नदी किनारे दफना रखा था. पुलिस ने निशानदेही के आधार पर मिट्टी खोदकर दोनों शवों को बाहर निकाला. मृतक माता-पिता के परिवार में हाहाकार मच गया.
घटना की जानकारी मिलने पर गांव के सैकड़ों लोग मौके पर जमा हो गए. उन्होंने आरोपी की कड़ी सजा देने की मांग की और ऐसी निर्मम हरकत की निंदा की. थाना प्रभारी विष्णुकांत ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में शवों का अंत्यपरीक्षण सुनिश्चित किया गया.
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने कहा कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि इस दुखद घटना ने पूरे क्षेत्र को सदमे में डाल दिया है और लोगों में सुरक्षा और कानून के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत महसूस की जा रही है.
यह घटना झारखंड में बाल संरक्षण और अविवाहित महिलाओं के प्रति अपराध की गंभीरता को उजागर करती है. पुलिस और प्रशासन इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं ताकि अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सके और भविष्य में ऐसे घटनाओं की रोकथाम हो सके.
सत्यजीत कुमार