झारखंड के पलामू जिले में मनरेगा को लेकर एक नया मामला सामने आया है. दरअसल, यहां एक कुएं को बनाने के दौरान पत्थर तोड़ने के लिए चोरी-छिपे विस्फोटक का इस्तेमाल किया जा रहा है. मामला पलामू के तरहसी प्रखंड की सेलारी पंचायत के सुकरो गांव का है. इस विस्फोटक की वजह से गांव के एक बच्चे का हाथ फट गया. ताज्जुब की बात तो ये है कि इस मामले को गांव में ही रफा-दफा करने की कोशिश भी की गई.
मनरेगा योजना के तहत संजय महतो कुआं बनाने के काम में लगे थे. महतो की तरफ से कुएं में पड़े पत्थर को तोड़ने के लिए विस्फोटक लगाया गया था. लेकिन विस्फोट हुआ नहीं. इसके बाद विस्फोटक को कुएं के पास ही छोड़ दिया. बाद में गांव के बच्चे खेलते-खेलते इस विस्फोटक को अपने घर ले गए और उससे बल्ब जलाने के लिए बिजली से जोड़ा. बिजली से सटते ही जोरदार धमाका हुआ, जिससे एक बच्चे का हाथ फट गया. उसकी उंगलियां भी उड़ गईं.
घटना के बाद मामले को गांव में ही रफा-दफा करने की कोशिश की गई. इसके लिए पंचायत बुलाई गए. हर्जाने के तौर पर संजय महतो पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया. साथ ही पीड़ित परिवार को रुपये देकर इलाज के लिए बच्चे को पाटन के किशुनपुर स्थित निजी अस्पताल में भेजा गया. इसके बाद गांव के ही एक शख्स रामजन्म विश्वकर्मा ने 18 मार्च को तरहसी पुलिस को इस बारे में जानकारी दी.
पुलिस का क्या है कहना?
मामले में पलामू एसपी संजीव कुमार ने बताया कि वहां कुआं बनाने का काम चल रहा था. वहीं से पत्थर तोड़ने के लिए जिस छोटे बम का इस्तेमाल किया जाता है, वो बच्चे के हाथ लग गया. बच्चे ने बम किसी बिजली उपकरण में चार्ज के लिए लगाया और लगाते ही धमाका हो गया. उन्होंने बताया कि मामले में एक बच्चे के हाथ को नुकसान पहुंचा है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.
वहीं, तरहसी के बीडीओ सचिदानंद महतो ने बताया कि विस्फोट घर में हुआ है. इससे एक बच्चे का हाथ बुरी तरह जख्मी होने की खबर मिली है. उनका कहना है कि इस मामले की जांच की जाएगी और अगर इस बात की पुष्टि होती है कि कुएं में पत्थर तोड़ने के लिए विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था, तो संजय महतो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.
(पलामू से करण के साथ सत्यजीत कुमार)
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