झारखंड (Jharkhand) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सीनियर लीडर अमर कुमार बाउरी ने रविवार को कहा कि चंपई सोरेन एक 'कार्यवाहक और कठपुतली मुख्यमंत्री' हैं, जबकि पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन झारखंड में "सत्ता का केंद्र" हैं. एजेंसी के मुताबिक एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, विधानसभा में विपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी ने सवाल खड़ा किया है कि सरकार या सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) में नहीं होने के बावजूद कल्पना सोरेन किस क्षमता से बैठकों की अध्यक्षता कर रही थीं.
'चंपई सोरेन असहाय क्यों?'
अमर कुमार बाउरी ने सवाल करते हुए कहा कि मैं चंपई सोरेन से पूछना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री होने के बावजूद वह इतने असहाय क्यों हैं? लोकसभा चुनाव के दौरान भी झारखंड मुक्ति मोर्चा उन्हें कोई अहमियत क्यों नहीं दे रहा है. कल्पना सोरेन के पास सरकार या जेएमएम में कोई पद नहीं है. इसके बाद भी वह किस हैसियत से सभी बैठकों की अध्यक्षता कर रही हैं? उन्होंने कहा कि कल्पना सोरेन का राजनीति में प्रवेश वंशवाद की राजनीति का सबसे अच्छा उदाहरण है. वो झारखंड में "सत्ता का केंद्र" बन गई हैं.
बाउरी ने कल्पना सोरेन की तुलना कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से भी की, ''जो मनमोहन सिंह सरकार के दौरान सत्ता का केंद्र बनी रहीं.''
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झारखंड के सीएम ने दावा किया है कि INDIA ब्लॉक राज्य की सभी 14 लोकसभा सीटें जीतने में कामयाब होगा. इसका जवाब देते हुए बीजेपी विधायक बाउरी ने कहा कि चंपई सोरेन "दिन में ख्वाब" देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर लोकसभा सीट पर इंडिया ब्लॉक को उम्मीदवार खड़ा करना मुश्किल हो रहा है, लेकिन यह दावा किया जा रहा है कि वह सभी 14 सीटों पर जीत हासिल करेगा. यह बयान मुख्यमंत्री की सुर्खियां बटोरने की हताशा को दर्शाता है.
बाउरी ने कहा कि सीएम होने के नाते, उन्हें INDIA ब्लॉक का शुरुआती प्रचारक होना चाहिए था, लेकिन वह अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र सरायकेला-खरस्वान जिले तक ही सीमित हैं, जहां वह शनिवार से तीन दिवसीय दौरे पर हैं.
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