श्रीनगर से एयरलाइनों ने बुधवार को 59 उड़ानें संचालित कीं, जिनमें सात अतिरिक्त सेवाएं भी शामिल हैं. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि इस मार्ग पर हवाई टिकट की कीमतें उचित स्तर पर रखी जा रही हैं, क्योंकि बड़ी संख्या में पर्यटक 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में हुए सबसे घातक आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर से वापस लौटना चाह रहे हैं.
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि फंसे हुए यात्रियों के लिए बुधवार को श्रीनगर हवाई अड्डे से 59 उड़ानें संचालित की गईं. अधिकारी ने कहा कि 123 परिवार के सदस्यों के साथ 25 शवों को उड़ानों से उनके गंतव्य तक भेजा गया. बुधवार को सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच 20 उड़ानों में 3,337 यात्रियों ने श्रीनगर से उड़ान भरी. इंडिगो, एयर इंडिया और स्पाइसजेट ने अपनी निर्धारित सेवाओं के अलावा सात उड़ानें संचालित कीं.
नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने बुधवार को कहा कि एयरलाइन कंपनियों को किराए में किसी भी तरह की बढ़ोतरी से बचने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें बताया गया है कि किराए को उचित रखने के लिए नजर रखी जा रही है. बता दें कि यह टिप्पणी कुछ वेबसाइटों पर श्रीनगर के लिए उड़ानों के लिए 50,000 रुपये से अधिक की टिकट कीमतें दिखाए जाने पर आई है.
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देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने कहा कि आपात स्थिति को देखते हुए उसने किराए को मध्यम रखने के लिए कदम उठाए हैं. एयर इंडिया ने कहा कि वहनीयता सुनिश्चित करने के लिए श्रीनगर से मुंबई और दिल्ली के लिए अपनी उड़ानों के किराए को सीमित कर दिया गया है. मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि श्रीनगर से पर्यटकों की सुरक्षित यात्रा के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. नायडू ने कहा कि श्रीनगर से संचालित सभी एयरलाइनों ने यात्रियों की सहायता के लिए रद्दीकरण और पुनर्निर्धारण शुल्क माफ कर दिए हैं.
मंत्री ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और गृह मंत्रालय के साथ-साथ एयरलाइन ऑपरेटरों के साथ लगातार संपर्क में हैं. डीजीसीए ने कहा कि पहलगाम में आतंकी घटना के बाद टिकटों की मांग बढ़ी है.
एजेंसी के अनुसार, पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले में कम से कम 26 लोगों की जान गई, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे. इसे 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे घातक हमला माना जा रहा है. इस घटना के बाद हजारों पर्यटक और स्थानीय लोग वहां फंसे हुए थे, जिन्हें निकालने के लिए केंद्र सरकार ने तुरंत विमानन कंपनियों को निर्देश दिए.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, बुधवार सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच 20 उड़ानों के माध्यम से 3,337 यात्रियों को श्रीनगर से बाहर निकाला गया. इंडिगो, एयर इंडिया और स्पाइसजेट ने अपने नियमित उड़ानों के अलावा 7 अतिरिक्त फ्लाइट भी ऑपरेट कीं.
हमले में मारे गए 25 लोगों के शवों को उनके 123 परिजनों के साथ विशेष विमानों के जरिए उनके गृहनगरों तक भेजा गया. मंत्रालय ने इस पूरे राहत अभियान की बारीकी से निगरानी की और सभी यात्रियों के लिए सुविधाएं सुनिश्चित कीं.
सभी एयरलाइंस दे रहीं राहत
श्रीनगर एयरपोर्ट पर यात्रियों की मदद के लिए एक विशेष कंट्रोल रूम बनाया गया है. यहां 1200 से अधिक यात्रियों को भोजन, चाय और स्नैक्स भी परोसे गए. एयरपोर्ट के बाहर यात्रियों के लिए टेंट और बैठने की विशेष व्यवस्था की गई है.
डीजीसीए (DGCA) ने एयरलाइंस को निर्देशित किया है कि वे अतिरिक्त फ्लाइट्स शुरू करें, ताकि सभी फंसे हुए यात्रियों को समय पर गंतव्य तक पहुंचाया जा सके, साथ ही, यात्रियों को हर संभव सहायता देने को भी कहा गया है.
ट्रैवल एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (TAFI) के अध्यक्ष अजय प्रकाश ने कहा कि इस हमले का पर्यटन पर तात्कालिक असर जरूर पड़ेगा, लेकिन वे आश्वस्त हैं कि जम्मू-कश्मीर का पर्यटन उद्योग जल्द ही संभल जाएगा. उन्होंने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर टूरिज्म के साथ खड़े हैं और इसका समर्थन जारी रहेगा.
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