J-K: मनोज सिन्हा बोले- गुपकार घोषणा से फर्क नहीं पड़ता, गोली-बंदूक नहीं अमन चाहते हैं लोग

उपराज्यपाल ने कहा कि यहां पर्यटन को बढ़ावा देने की जरूरत है. हमारे पास विकास का रोडमैप है. जम्मू कश्मीर में 'सेहत' नाम की योजन लाई जाएगी. इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराएंगे.

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जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (फाइल फोटो) जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • श्रीनगर,
  • 20 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 5:43 PM IST
  • पर्यटन को बढ़ावा देने की जरूरत है
  • हमारे पास विकास का रोडमैप है
  • 'सेहत' योजना से मुफ्त इलाज मिलेगा

जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को आजतक से खास बातचीत की. उन्होंने राज्य के कई मुद्दों पर अपनी राय रखी. गुपकार घोषणा पर मनोज सिन्हा ने साफ कहा कि इससे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है, लेकिन संवैधानिक पदों पर रह चुके लोग बोलने से पहले जरूर सोचें. 

मनोज सिन्हा ने कहा कि कश्मीरी पंडितों की वापसी का प्रयास जारी है. जम्मू कश्मीर की पहचान गोली-बंदूक नहीं अमन है. जम्मू कश्मीर के लोग अमन चैन से रहना चाहते हैं. जम्मू कश्मीर के 10% इलाके में ही आतंकी घटनाएं होती हैं. पहले से आतंकवाद की घटनाओं में बहुत कमी आई है. 20 जिलों में 16 जिले मैं घूम चुका हूं. कश्मीर के लोगों का दर्द समझ चुका हूं. यहां के लोग भ्रष्टाचार, बैड गवर्नेंस, विकास ना होने से परेशान हैं. 

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उपराज्यपाल ने कहा कि यहां पर्यटन को बढ़ावा देने की जरूरत है. हमारे पास विकास का रोडमैप है. जम्मू कश्मीर में 'सेहत' नाम की योजना लाई जाएगी. इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराएंगे. 'सेहत' योजना के तहत लोगों को मुफ्त इलाज मिलेगा. 

उत्तर के चार राज्यों का परिसीमन हो रहा है. जम्मू कश्मीर को सही तरह से तरक्की नहीं मिल पाई है, लेकिन अब यहां के विकास पर जोर है. पंचायत प्रतिनिधियों को मजबूत करने की जरूरत है. बता दें कि सरकार ने जम्मू-कश्मीर में थ्री टियर पंचायती राज व्यवस्था लागू करने के लिए पंचायती राज अधिनियम के नियमों में संशोधन किया है. अब राज्य में जिला विकास परिषदों का गठन होगा. 

फारूक अब्दुल्ला ने गुपकार समूह की बैठक बुलाई थी

गौरतलब है कि हाल ही में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने गुपकार समूह की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, सज्जाद लोन समेत वो नेता शामिल हुए, जिन्होंने अनुच्छेद-370 को लेकर चार अगस्त 2019 को साझा बयान जारी किया था. सभी नेताओं ने अनुच्छेद 370 हटाने को गलत ठहराया है और वापस इसे लागू करने की मांग की है.

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बता दें कि गुपकार समूह, छह राजनीतिक दलों का वह समूह है जो जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए लड़ाई लड़ रहा है. इस समूह का गठन 22 अगस्त 2019 को फारूक अब्दुल्ला के गुपकार रोड स्थित आवास पर हुई बैठक में किया गया था. गुपकार समूह ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने को असंवैधानिक करार देते हुए इसकी बहाली के लिए संघर्ष करने का ऐलान किया था.

नीट टॉपर बासित बिलाल खान से मिले उपराज्यपाल

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को राजभवन में जम्मू-कश्मीर नीट टॉपर बासित बिलाल खान से मुलाकात की. मनोज सिन्हा ने बासित को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि बासित हमारा भविष्य हैं. हमारे युवाओं को अपने सपने पूरे करने के लिए हर अवसर मिलना चाहिए. 

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