धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर में एक बार फिर तनाव है. एक के बाद एक हो रहीं टारगेट किलिंग के चलते कश्मीरी हिंदुओं में खौफ है कि कहीं अगला नंबर उनका न हो. कश्मीर में आतंकियों ने हिंदुओं को टारगेट करने और उनमें खौफ पैदा करने के लिए नया तरीका अपनाया है. पिछले 1 महीने से आतंक का यह 'हाइब्रिड' मॉडल सफल होता नजर आ रहा है. वहीं, सुरक्षाबल इस महीने कई आतंकियों को ढेर करने के बावजूद इन टारगेट किलिंग की घटनाओं को रोकने में सफल नहीं हो पा रहे हैं.
गुरुवार को दो हादसे हुए
जम्मू कश्मीर के बडगाम में गुरुवार शाम को ईंट भट्ठे में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों पर हमला हुआ, जिसमें 1 मजदूर की मौत हो गई. जबकि एक मजदूर बुरी तरह से घायल है. हमले में जान गंवाने वाले मजदूर का नाम दिलखुश बताया जा रहा है. वह बिहार का रहने वाला था. वहीं दूसरे मजदूर का नाम राजन है, वह पंजाब का रहने वाला है.
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वहीं, कुलगाम में गुरुवार सुबह आतंकियों द्वारा बैंक कर्मी की हत्या कर दी गई. इस घटना का वीडियो भी सामने आया है. इसमें देखा जा सकता है कि बैंक में एक पतला और लंबा सा लड़का अंदर आता है. पहले कुछ देर वह गेट पर खड़ा रहता है. फिर नौसिखिये की तरह यहां वहां देखता है. पलभर के लिए बाहर आता है. उसके हाथ में एक छोटा बैग है, जैसे वह बैंक में पैसा जमा करने आया हो. वह फिर बैंक के अंदर जाता है. बैग से एक छोटी पिस्टल निकालता है, फिर सीधे जाकर बैंक कर्मी पर फायर करता है. इस हमले के बाद वह तुरंत फरार हो जाता है. यही आतंकियों का हाइब्रिड मॉडल है.
ये तीन बातें, जिन पर गौर करना जरूरी
इस वीडियो में तीन बाते गौर करने वाली हैं, पहला नौसिखिया आतंकी, दूसरा उसके हाथ में जो पिस्टल है और तीसरा उसके पास हिंदू कर्मचारी का डेटा होना, जिसे वे टारगेट करने आए हैं. नौसिखिया आतंकी ही दरअसल, हाइब्रिड आतंकी है. दरअसल, सुरक्षाबल जम्मू कश्मीर में लगातार आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रहे हैं. इनमें बड़े स्तर पर सफलता मिल रही है. राज्यसभा में सरकार द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, घाटी में 5 अगस्त 2019 से 26 जनवरी 2022 तक कुल 439 आतंकवादी मारे गए. ऐसे में अब आतंकियों ने टारगेट किलिंग के लिए हाइब्रिड आतंकियों को इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है.
क्या है 'हाइब्रिड आतंकी'?
हाइब्रिड आतंकी ऐसे स्थानीय युवक हैं, जिनका पुराना आपराधिक रिकार्ड नहीं है. ये स्थानीय युवक पिस्टल लेकर आते हैं और हमला करके फरार हो जाते हैं और सामान्य जीवन जीने लगते हैं. ऐसे में इनकी पहचान करना मुश्किल हो रहा है. इन्हीं दहशतगर्दों को हाइब्रिड आतंकी कहा जा रहा है. ज्यादातर केसों में यह आतंकी स्थानीय होते हैं. इन आतंकियों को ऑनलाइन ही भर्ती किया जाता है. इन्हें ऑनलाइन ही ट्रेनिंग दी जाती है. इसके बाद इन्हें हमला करने के लिए भेजा जाता है. आतंकी 1-2 की संख्या में हमले को अंजाम देते हैं. जबकि इससे पहले जो आतंकी घटनाओं के वीडियो सामने आते थे, उनमें 3-4 आतंकी शामिल होते थे और एके-47 जैसे बड़े और आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल करते थे.
घटनाओं में एक जैसी रणनीति
- 12 मई को बडगाम में तहसील परिसर में घुसकर सरकारी कर्मचारी राहुल भट्ट की गोली मारकर हत्या कर दी थी. राहुल भट्ट की पत्नी ने आजतक से बातचीत में कहा था कि आतंकी राहुल भट्ट के दफ्तर में आए और उन्होंने पूछा राहुल भट्ट कौन है. इसके बाद राहुल भट्ट को गोली मार दी. यानी आतंकियों को पहले से राहुल भट्ट के बारे में जानकारी थी. हालांकि, आतंकियों को हिंदू कर्मचारियों की जानकारी कैसे मिल रही है, अभी इस बारे में पुलिस ने कुछ भी साफ नहीं किया है.
- 17 मई को आतंकियों ने एक वाइन शॉप पर ग्रेनेड फेंका था. इसमें रंजीत सिंह की मौत हो गई थी. पुलिस के मुताबिक, इस घटना को भी हाइब्रिड आतंकियों ने अंजाम दिया था. जो कुछ दिनों पहले ही आतंकी संगठन में शामिल हुए थे.
- 25 मई को आतंकियों ने एक्ट्रेस अमरीन भट्ट की हत्या कर दी थी. पुलिस के मुताबिक, इन आतंकियों में एक आतंकी हाइब्रिड आतंकी था. यह इस हमले से 10 दिन पहले ही आतंकी संगठन में शामिल हुआ था.
- 31 मई को इसी तरह से आतंकियों ने कुलगाम में एक स्कूल में घुसकर हिंदू टीचर रजनी को गोली मार दी. रजनी की इस हमले में मौत हो गई. जम्मू कश्मीर पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में शॉर्ट रेंज पिस्टल का इस्तेमाल किया गया. इस हमले को लश्कर के हाइब्रिड आतंकियों ने अंजाम दिया.
पुलिस का क्या है कहना?
कश्मीर आईजी ऑफ पुलिस विजय कुमार ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया था कि मई में टारगेट किलिंग की चार घटनाओं में से तीन घटनाओं को हाइब्रिड आतंकियों ने अंजाम दिया. ये आतंकी हमले से सिर्फ 10-15 दिन पहले संगठन में शामिल हुए थे. उन्होंने बताया था कि आतंकी संगठन इंटरनेट के जरिए स्थानीय युवकों को लुभाकर आतंकी बना रहे हैं.
अकेले मई में 27 आतंकी हुए ढेर
आईजी विजय कुमार के मुताबिक, मई में सुरक्षाबलों ने 27 आंतकी मार गिराए हैं. इनमें से 17 स्थानीय और 10 पाकिस्तानी थे. इतना ही नहीं 22 आतंकी मई में गिरफ्तार किए गए हैं. पुलिस ने 5 टेरर मॉड्यूल का खुलासा भी किया है. इनके पास से 15 पिस्टल मिली हैं.
विजय कुमार ने बताया कि पंडित राहुल भट्ट और एक्ट्रेस अमरीन की हत्या में शामिल आतंकियों को मार गिराया गया है. वहीं, रंजीत सिंह पर हमला करने वाला आतंकी गिरफ्तार किया जा चुका है.
प्रभंजन भदौरिया