भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जम्मू का आज दीक्षांत समारोह होना है. आयोजन से पहले ही आईआईटी का दीक्षांत समारोह विवादों में आ गया. जम्मू आईआईटी ने विवाद के बाद दीक्षांत समारोह के लिए जारी ड्रेस कोड वापस ले लिया है. अब दीक्षांत समारोह में अपनी डिग्री और मेडल लेने पहुंचने वाले छात्र पारंपरिक गाउन में ही इस समारोह में शामिल हो सकेंगे.
दरअसल, आईआईटी जम्मू ने दो दिन पहले दीक्षांत समारोह के लिए ड्रेस कोड की घोषणा की थी. आईआईटी ने घोषणा की थी कि दीक्षांत समारोह के दिन छात्रों को कश्मीर की परंपरागत ड्रेस पहननी होगी. इसे लेकर विवाद शुरू हो गया. जम्मू क्षेत्र के लोगों ने जबरदस्ती कश्मीरी ड्रेस थोपने का आरोप लगाते हुए आईआईटी प्रबंधन की सोशल मीडिया पर आलोचना शुरू कर दी थी.
सोशल मीडिया पर जब लोगों ने नाराजगी जताई तो उधमपुर डोडा लोकसभा सीट से सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने हस्तक्षेप किया. डॉक्टर सिंह के हस्तक्षेप के बाद आईआईटी प्रबंधन ने कश्मीरी ड्रेस अनिवार्य करने का फैसला वापस लिया. अब दीक्षांत समारोह के लिए परंपरागत गाउन को ही अनिवार्य किया गया है. डॉक्टर सिंह ने खुद भी ट्वीट कर यह जानकारी दी है कि दीक्षांत समारोह के पारंपरिक गाउन को ही अनिवार्य कर दिया गया है.
गौरतलब है कि आज यानी 9 जनवरी को आईआईटी जम्मू का दीक्षांत समारोह आयोजित होना है. यह आईआईटी जम्मू की स्थापना के बाद उसका पहला दीक्षांत समारोह भी है. आईआईटी जम्मू की शुरुआत साल 2017 में हुई थी. पहले दीक्षांत समारोह में पहले बैच से बीटेक के 79 छात्रों को डिग्री दी जानी है.
सुनील जी भट्ट