'हम पाकिस्तानियों को नहीं मारेंगे, क्योंकि...', बोले फारूक अब्दुल्ला, सिंधु के पानी को लेकर उठाई ये मांग

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने इस घटना की कड़ी निंदा की. उन्होंने आतंक के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने की अपील की और इन हमलों को इंसानियत का दुश्मन करार दिया. सिंधु जल समझौता पर भारत सरकार को दोबारा विचार करने की जरूरत है. फिलहाल वर्तमान में इस संधि से जम्मू-कश्मीर को नुकसान हो रहा है.

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जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने लोगों से आतंकियों के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने की अपील की (फाइल फोटो- पीटीआई) जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने लोगों से आतंकियों के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने की अपील की (फाइल फोटो- पीटीआई)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 03 मई 2025,
  • अपडेटेड 5:02 PM IST

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी मामले में बयानबाजी जारी है. पूर्व मुख्यमंत्री और जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (JKN) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने हमले की निंदा करते हुए लोगों से आतंक के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने की अपील की. उन्होंने कहा, हमले में शामिल लोग इंसानियत के दुश्मन हैं, वे नरक में सड़ेंगे. सिंधु जल समझौता पर भारत सरकार को दोबारा विचार करने की जरूरत है. 

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फारूक अब्दुल्ला ने दी पोनी राइड ऑपरेटर को श्रद्धांजलि

फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम हमले में मारे गए आदिल हुसैन शाह के घर गए और परिवार से मुलाकात कर श्रद्धांजलि दी. आदिल पोनी राइड ऑपरेटर के तौर पर काम कर रहे थे. आतंकी हमले में जिन 26 लोगों की मौत हुई थी, उनमें आदिल भी शामिल था. आदिल को छोड़कर सभी पर्यटक थे. 

उन्होंने कहा, आदिल शहीद हैं. वो आतंकियों से डरकर भागे नहीं और डटकर मुकाबला किया. यही तो इंसानियत और कश्मीरियत है. 

फारूक अब्दुल्ला ने आदिल हुसैन शाह के घर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी (फोटो क्रेडिट-पीटीआई)

भारत की कार्रवाई पर चुप्पी, पाकिस्तान पर तंज

फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान के खिलाफ भारत की ओर से लिए जा रहे एक्शन पर कुछ बोलने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा- 'यह प्रधानमंत्री का अधिकार है, मैं कुछ नहीं बोलूंगा'. हालांकि, उन्होंने पाकिस्तान को लताड़ जरूर लगाई. 

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पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी की धमकियों पर प्रतिक्रिया देते हुए फारूक बोले कि ऐसे नेताओं के बयान से मामला नहीं सुलझेगा. अगर उसके बयानों पर ध्यान देंगे तो कश्मीर आगे नहीं बढ़ पाएगा.

यह भी पढ़ें: 'अब बालाकोट जैसी कार्रवाई नहीं, फुल एंड फाइनल हिसाब जरूरी...', पहलगाम हमले को लेकर PAK पर फूटा फारूक अब्दुल्ला का गुस्सा

सिंधु जल संधि पर क्या बोले फारूक अब्दुल्ला?

फारूक अब्दुल्ला ने भारत की ओर से सिंधु जल संधि स्थगित किए जाने पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा, काफी समय से इस संधि को पुनरावृति करने की जरूरत थी. हम अपने नदियों के पानी से वंचित हैं. नदियों पर हाइड्रोपावर की मदद से हजारों मेगावॉट की बिजली का उत्पादन कर सकते हैं. लेकिन, पाकिस्तान के अनुमति के बिना किया नहीं जा सकता. चेनाब नदी का भी पानी  जम्मू को नहीं मिल पाता है क्योंकि संधि में ऐसे नियम हैं.

भारत महात्मा गांधी का देश

फारूक अब्दुल्ला ने कहा भारत महात्मा गांधी का देश है, हमने जरूर पाकिस्तान को पानी को लेकर धमकी दी है. लेकिन हम उन्हें मारेंगे नहीं. हम इतने क्रूर नहीं हैं.जब दोनों देशों के बीच सिंधु जल संधि हुई तो जम्मू-कश्मीर के लोगों को भरोसे में नहीं लिया गया था. इसकी वजह से आज भी लोगों को भुगतना पड़ रहा है. 

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पहलगाम में पर्यटकों के साथ खिंचवाई तस्वीरें

फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम में पर्यटकों से भी मुलाकात की. इस दौरान पर्यटकों में फारूक के साथ तस्वीर खिंचवाने की होड़ मच गई. उन्होंने पर्यटकों से कहा कि लोगों को डरना नहीं चाहिए, घाटी में उनका स्वागत है.

युद्ध जैसे हालात पर टिप्पणी करने से इनकार

पाकिस्तान और भारत के बीच बढ़ते युद्ध जैसे हालात पर फारूक अब्दुल्ला ने टिप्पणी करने से इनकार दिया. उन्होंने कहा कि मेरे पास इसका कोई जवाब नहीं है.

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