हिमाचल प्रदेश के मंडी में बारिश ने भारी तबाही मचा रखी है. बादल फटने की घटनाओं ने बड़ी आबादी का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. बीजेपी सांसद कंगना रनौत पर सवाल उठ रहे थे कि वो अब तक कहां हैं. अब कंगना सामने आई हैं और अपने संसदीय क्षेत्र मंडी पहुंची हैं. सोमवार को कंगना ने मंडी में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थानीय लोगों से बात की.
मंडी पहुंचीं सांसद कंगना रनौत
कंगना सोमवार को मंडी के पंगलियूर गांव (नाचन विधानसभा क्षेत्र) पहुंचीं. ये वही गांव है जहां 29 जून को 9 लोग पानी में बह गए थे. कंगना रनौत ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. इस दौरान आजतक से बात करते हुए उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों तक पहुंचने में देरी के आरोपों पर भी जवाब दिया.
उन्होंने कहा, 'मैं इस किचकिच-मचमच से दूर रहना चाहती हूं. मुझे विपक्ष की बातों पर ज्यादा रिएक्ट नहीं करना है. वो मेरी एक या दो लाइनों को उठाकर फैला देते हैं. कहावत है कि आप सोए हुए को जगा सकते हैं लेकिन जो सोने की एक्टिंग कर रहा हो आप उसे नहीं जगा सकते.'
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'कंगना-कंगना करते रहते हैं सीएम'
कंगना ने कहा, 'बीजेपी हर तरह से अग्रसर है, फील्ड पर है. सिर्फ मैं नहीं, कई कार्यकर्ता यहां हैं. यहां के मुख्यमंत्री की तरफ से कुछ भी नहीं हो रहा है. अपनी काली करतूतों को छिपाने के लिए उनके पास एक ही फेमस नाम है- कंगना, कंगना करते रहते हैं. मुख्यमंत्री और राज्य सरकार की भी जवाबदेही होनी चाहिए.'
'मेरा एक सीमित अधिकार क्षेत्र है'
रविवार को दिए अपने बयान पर कंगना रनौत ने कहा, 'मैंने लोगों को हकीकत बताई कि मेरे हाथ में क्या है और क्या नहीं. सांसद का काम है मुद्दा उठाना और फंड लाना. मेरा एक सीमित अधिकार क्षेत्र है. यहां लोगों ने जो भी मांगे रखीं, उन्हें मैंने नोट किया है और हमारी पार्टी उन्हें पूरा करने की कोशिश करेगी. मैं प्रधानमंत्री को पत्र लिखूंगी और विशेष पैकेज की मांग भी करूंगी. हमें यह भी देखना होगा कि कांग्रेस ने अब तक मिले फंड का क्या उपयोग किया.'
'मेरे बयान विवादित नहीं, ये मेरी शैली है'
कांग्रेस के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने मेरी सिर्फ दो लाइनें उठाकर मेरे खिलाफ बोलना शुरू कर दिया. मेरे क्षेत्र में 17 विधानसभा सीटें आती हैं. मैं यहां देर से नहीं पहुंची हूं.' अपने बयानों को लेकर उन्होंने कहा, 'मेरे बयान विवादित नहीं हैं, यह मेरी अपनी अभिव्यक्ति की शैली है.'
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क्या था कंगना का बयान?
दरअसल एक दिन पहले कंगना ने अपने बयान में राहत और सहायता को लेकर अपनी सीमाएं जाहिर की थीं. उन्होंने कहा था कि आपदा राहत या राहत शिविर के लिए मेरे पास कोई कैबिनेट नहीं है. जो लोग मेरे साथ यहां चल रहे हैं, वही मेरी 'कैबिनेट' हैं. मैं केवल इतना कह सकती हूं कि मेरे कार्यक्षेत्र में जो भी संभव है, वह है केंद्र सरकार से अधिक फंड उपलब्ध कराना. मेरे पास आपदा राहत के लिए कोई फंड नहीं है, न ही मेरे पास कोई आधिकारिक टीम या कैबिनेट है. सांसद के तौर पर मेरी भूमिका बहुत सीमित होती है और संसद तक ही होती है. हम पूरे सिस्टम में बहुत छोटे हिस्से होते हैं.
अमन भारद्वाज