हरियाणा के रेवाड़ी में वन्य विभाग की टीम पर टाइगर ने हमला कर दिया. हमले में धर्म सिंह और हीरालाल नाम के दो कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए. दोनों घायलों को रेवाड़ी के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है. भटसाना और आसपास के इलाके को वन विभाग की टीमों ने पूरी तरह घेर लिया है. वहीं, बाघ को लेकर अलवर वन मंडल ने अलर्ट जारी किया है.
दरअसल, राजस्थान के अलवर में स्थित सरिस्का जंगल से भटक कर एक बाघ हरियाणा की सीमा में दाखिल हो गया था. इसको रेस्क्यू करने के लिए दो राज्यों की टीम लगातार तीसरे दिन भी सर्च ऑपरेशन चला रही थी. रविवार को रेवाड़ी के गांव भटसाना में टाइगर की लोकेशन ट्रैक होने के बाद उसे पकड़ने सरिस्का वन्य विभाग की टीम पहुंची. मगर, बाघ ने वन विभाग की टीम हमला कर दिया.
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कर्मचारी हीरालाल का एक हाथ जख्मी
घायल फॉरेस्ट विभाग के कर्मचारी हीरालाल ने बताया कि हम पिछले तीन दिनों से नर बाघ की लोकेशन ट्रैक करने में लगे हुए थे. रविवार सुबह पता चला कि टाइगर गांव भटसाना के खेतों में छिपा हुआ है. सरसों के खेत में जैसे ही बाघ को पकड़ने के लिए रेस्क्यू किया, तो अचानक उसने हम पर हमला कर दिया. इस हमले में उनका एक हाथ बुरी तरह जख्मी हो गया है.
मामले में डीसी रेवाड़ी ने कही ये बात
डीसी रेवाड़ी राहुल हुड्डा ने बताया कि नर बाघ को लेकर अलवर वन मंडल ने अलर्ट जारी किया है. आम लोगों से बाघ का रेस्क्यू करने में वन मंडल अलवर को सहयोग करने के लिए कहा गया है और पत्थर, लकड़ी आदि मारकर वन्य जीव को परेशान न करें. साथ ही लोगों से अपील है कि सुबह 7 बजे से पहले और शाम 5 बजे के बाद खेतों में न जाएं. बाघ के दिखाई देने पर या किसी मवेशी के वन्य जीव द्वारा शिकार होने पर तत्काल वन विभाग की टीम को सूचित करें. बाघ दिखाई देने पर शोर न करें.
देशराज सिंह चौहान