Haryana Rajya Sabha Election 2022: चार राज्यों में आज राज्यसभा चुनाव हो रहे हैं. इस बीच हरियाणा के एक विधायक ने नाराजगी जाहिर की है. विधायक ने आरोप लगाया कि राज्य में MLA ऐसे खरीदे-बेचे जा रहे हैं जैसे मंडी लगी हो. यह बात हरियाणा से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने कही है.
बलराज कुंडू ने कहा कि उन्होंने राज्यसभा चुनाव में हिस्सा नहीं लिया है और वह वोटिंग के वक्त अनुपस्थित रहे. बलराज कुंडू ने आगे कहा कि मैं ना कार्तिकेय को वोट करूंगा और ना ही किसी अन्य को वोट दूंगा.
निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने आगे कहा कि मैं हरियाणा के लोगों के साथ खड़ा रहूंगा. यहां विधायकों को खरीदने-बेचने के लिए एक मंडी लगी है. मुझे भी कई ऑफर आए. लेकिन मुझे ना कोई खरीद सकता है और ना धमका सकता है.
कौन हैं कार्तिकेय शर्मा?
बता दें कि हरियाणा की दो राज्यसभा सीटों पर तीन उम्मीदवार मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं. विधायकों के आंकड़ों के लिहाज से बीजेपी और कांग्रेस दोनों के ही उम्मीदवारों की जीत पक्की थी, लेकिन तीसरे निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा ने ताल ठोककर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया.
बीजेपी और जेजेपी ने भी कार्तिकेय शर्मा को समर्थन करके कांग्रेस के प्रत्याशी अजय माकन के लिए चिंता बढ़ा दी है. इस तरह से माकन और कार्तिकेय शर्मा के बीच मुकाबला है.
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कार्तिकेय शर्मा पूर्व कांग्रेस नेता विनोद शर्मा के बेटे हैं. विनोद शर्मा को कांग्रेस ने 2014 में पार्टी से बाहर निकाल दिया था. विनोद शर्मा के अन्य पार्टियों के साथ भी अच्छे संबंध हैं. कार्तिकेय हरियाणा के पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा के दामाद हैं.
हरियाणा में क्या है नंबर गेम?
हरियाणा के राज्यसभा चुनाव में एक सीट जीतने के लिए 31 वोटों की जरूरत होगी. बीजेपी के पास अपने 40 विधायक हैं जबकि उसकी सहयोगी पार्टी जननायक जनता पार्टी के पास दस विधायक हैं. वहीं, कांग्रेस के 31 विधायक हैं. इसके अलावा सात निर्दलीय, हरियाणा लोकहित पार्टी का एक और इनेलो का एक विधायक है.
इस लिहाज से बीजेपी की एक सीट कन्फर्म है, जिसमें कृष्ण लाल पंवार की जीत पक्की मानी जा रही है. उसके बाद बीजेपी के पास 9 वोट अतरिक्त बचेंगे. इसके अलावा 10 जेजेपी के विधायक भी साथ हैं. हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक गोपाल कांडा बीजेपी के साथ हैं. जबकि सात निर्दलीय विधायक भी बीजपी कैंप में माने जा रहे थे. लेकिन अब बलराज कुंडू ने अलग रुख अपनाया है. वहीं, इनेलो विधायक अभय चौटाला ने अभी अपने पत्ते नहीं खेले हैं.
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