गुरुग्राम हिंसा में अब तक 51 गिरफ्तार, 67 हिरासत में, पुलिस ने दर्ज कीं 29 FIR

हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को दो समुदायों के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जिसकी आग गुरुग्राम के बादशाहपुर तक पहुंच गई. इस मामले में शहर पुलिस ने 29 एफआईआर दर्ज की हैं, जबकि 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

Advertisement
गुरुग्राम हिंसा में अबतक 50 से ज्यादा लोग गिरफ्तार (फाइल फोटो) गुरुग्राम हिंसा में अबतक 50 से ज्यादा लोग गिरफ्तार (फाइल फोटो)

अरविंद ओझा

  • नई दिल्ली,
  • 06 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 5:46 AM IST

गुरुग्राम में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में पुलिस ने 29 एफआईआर दर्ज की हैं. गुरुग्राम पुलिस कमिश्नगर कला रामचंद्रन ने बताया कि इस मामले में अबतक 51 गिरफ्तारी की जा चुकी हैं और 67 लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है. 

हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को दो समुदायों के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जब भीड़ ने विश्व हिंदू परिषद के जुलूस पर हमला कर दिया. हिंसा राज्य के अन्य हिस्सों में फैल गई और एक अगस्त को गुरुग्राम के बादशाहपुर इलाके तक पहुंच गई.  

Advertisement

पुलिस कमिश्नर ने इस बात पर जोर दिया कि गिरफ्तारी और हिरासत सहित सभी कानूनी कार्रवाइयां अपराधियों के खिलाफ पर्याप्त सबूतों के आधार पर की गई हैं.  

पुलिस ने शहर में रहने वाले लोगों से अपील की थी कि वो किसी भी तरह की अवैध गतिविधियों में शामिल होने से परहेज करें. इससे सार्वजनिक व्यवस्था में अधिक व्यवधान उत्पन्न हो सकता है. कमिश्नर ने शांति बनाए रखने के लिए शहर के लोगों और हर समुदाय के लोगों से सहयोग भी मांगा.  

नूंह एसपी का ट्रासंफर किया गया

इस बीच राज्य सरकार ने नूंह के एसपी वरुण सिंगला और डिप्टी कमिश्नर प्रशांत पवार का ट्रांसफर कर दिया है. जब जिले में सांप्रदायिक झड़पें हुईं तो सिंगला छुट्टी पर थे. सिंगला की अनुपस्थिति में अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे नरेंद्र बिजारनिया को नूंह का नया एसपी बनाया गया है.  

Advertisement

हिंसा मामले में 104 FIR, 216 गिरफ्तार 

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने शनिवार को कहा कि सांप्रदायिक हिंसा के मामले में 216 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. हिंसा को लेकर राज्य में 104 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 80 लोगों को प्रिवेंटिव कस्टडी में लिया गया है. हिंसा के दौरान दो होम गार्ड और एक मौलवी समेत छह लोग मारे गए, जबकि कई अन्य घायल हो गए. हिंसा में कई दुकानों और संपत्तियों को आग लगा दी गई. 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement