फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, दिल्ली से गिरफ्तार किए गए 12 लोगों में 10 महिलाएं

पुलिस के मुताबिक, बल्लबगढ़ की श्याम कॉलोनी में रहने वाले एक नागरिक ने शिकायत दर्ज करवाई कि उसके पास एक अनजान नंबर से कॉली आई. कॉल करने वाले शख्स ने खुद को बैंक कर्मचारी बताया और उसके क्रेडिट कार्ड की सीमा बढ़ाने का बहाना किया.

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फर्जी कॉल सेंटर! (तस्वीर: Meta AI) फर्जी कॉल सेंटर! (तस्वीर: Meta AI)

aajtak.in

  • फरीदाबाद,
  • 09 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 7:37 AM IST

हरियाणा (Haryana) की फरीदाबाद पुलिस ने मंगलवार को क्रेडिट कार्ड फ्रॉड से जुड़े कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें 10 महिलाएं शामिल हैं. एजेंसी के मुताबिक, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी दिल्ली के जनकपुरी वेस्ट इलाके में फर्जी कॉल सेंटर चलाया करते थे, जिसके जरिए लोगों को ठगा जाता था. उन्होंने बताया कि आरोपियों के पास से 15 मोबाइल फोन्स और 12 अन्य डिवाइस बरामद किए हैं.

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पुलिस के मुताबिक, बल्लबगढ़ की श्याम कॉलोनी में रहने वाले एक नागरिक ने शिकायत दर्ज करवाई कि उसके पास एक अनजान नंबर से कॉली आई. कॉल करने वाले शख्स ने खुद को बैंक कर्मचारी बताया और उसके क्रेडिट कार्ड की सीमा बढ़ाने का बहाना किया. आरोपी ने उनसे पूरा क्रेडिट कार्ड नंबर और ओटीपी पूछा. उन्होंने बताया कि इसके तुरंत बाद उनके क्रेडिट कार्ड से 49,712 रुपये कट गए और जब शिकायतकर्ता ने वापस कॉल करने की कोशिश की, तो जालसाज ने फोन काट दिया. अगले दिन, आरोपी ने शिकायतकर्ता को कॉल किया और उनसे 33,825 रुपये और ठग लिए. उन्होंने बताया कि इसके बाद वह पुलिस के पास पहुंचे.

पुलिस ने क्या बताया?

साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज की गई. साइबर पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया और दिल्ली के जनकपुरी इलाके से 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.

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पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान दिल्ली निवासी अब्दुल वाहिद, साक्षी नेगी, दीपिका, बबीता, समरा, प्रिया मेहरा, कोमल, ज्योति भारती, अमीसा, सोनम कौर और बिहार निवासी परमीत कौर और चंचल के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया, "पूछताछ के दौरान पता चला कि फर्जी कॉल सेंटर का मास्टरमाइंड बिहार के पूर्णिया निवासी खुशाल उर्फ ​​रौनक है, जो फरार है."

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कुशल ने जनकपुरी में एक फ्लैट किराए पर लिया था, जहां पर फेक कॉल सेंटर चलाया जाता था, जो पिछले साल मार्च से चल रहा था. वह अपने साथियों को हर महीने के हिसाब से 15 से 25 हजार रुपए दिया करता था.

प्रवक्ता ने बताया कि हमने अब्दुल वाहिद और चंचल को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है, जबकि अन्य को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

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