दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके के तार फरीदाबाद के धौज इलाके से जुड़ने के बाद पुलिस की जांच तेज हो गई है. पुलिस ने मुजम्मिल और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है. इस बीच केस में नया खुलासा हुआ है.
आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक, फरीदाबाद के जिस कमरे से भारी मात्रा में बम बनाने वाला केमिकल बरामद हुआ था, वह कमरा डॉक्टर मुजम्मिल गनई ने करीब दो महीने पहले किराए पर लिया था.
कमरे के मकान मालिक मदरासी ने बातचीत में बताया, “मुजम्मिल ने 13 सितंबर को कमरा किराए पर लिया था. उसने दो महीने का किराया ₹2400 एक साथ दिया था. किराया ₹1200 महीना तय हुआ था. उसने बताया था कि कुछ सामान रखना है, इसलिए उसने किराया भी एडवांस में दिया था. 11 नवंबर को किराए की समय सीमा पूरी होनी थी.”
मकान मालिक के मुताबिक, मुजम्मिल ने कमरे में ताला लगा दिया और फिर कभी वापस नहीं आया. तीन दिन पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम सिविल ड्रेस में यहां पहुंची और मुजम्मिल के बारे में पूछताछ की. बाद में टीम ने कमरे की तलाशी ली और वहीं से विस्फोटक सामग्री बरामद की.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक पुलिस सूत्रों का कहना है कि जिस कमरे से 2,900 किलो विस्फोटक और हथियार मिले, वह मकान अल फलाह यूनिवर्सिटी से महज 500 मीटर की दूरी पर है. मुजम्मिल पिछले साढ़े तीन साल से वहीं बतौर डॉक्टर कार्यरत था. फिलहाल, हरियाणा पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम मकान मालिक से पूछताछ कर रही है और यह जांच कर रही है कि कमरे में रखे विस्फोटकों की सप्लाई चैन कहां से आई.
नितिन जैन