वडोदरा के जूनिगढ़ी इलाके में देर रात पथराव की घटना ने माहौल को तनावपूर्ण बना दिया. पुलिस का कहना है कि इस घटना के पीछे सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक आपत्तिजनक पोस्ट है, जिसको लेकर लोग भड़क गए. पोस्ट के विवादित होने से मुस्लिम समुदाय में आक्रोश पैदा हुआ और बड़ी संख्या में लोग सिटी पुलिस स्टेशन पहुंचे.
इस दौरान भीड़ ने नवरात्र को लेकर सजाए गए पंडाल को निशाना बनाते हुए पत्थर फेंके. हालांकि पुलिस ने तुरंत काफिला भेजकर और स्थिति का जायजा लेकर माहौल को काबू किया. घटना की गंभीरता को देखते हुए वडोदरा शहर पुलिस की एडिशनल कमिश्नर डॉ. लीना पाटिल भी मौके पर पहुंचीं.
डॉ. लीना पाटिल ने बताया कि पूरे इलाके में शांति है और पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि धर्मगुरुओं की मदद से स्थानीय लोगों को समझाया गया और विवादास्पद पोस्ट के वायरल होने वाले व्यक्तियों पर पुलिस नजर रख रही है. साथ ही उन्होंने जनता से अपील की कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें.
स्थानीय लोगों ने कहा कि घटना के पीछे एक युवक द्वारा AI की मदद से बनाई गई विवादित पोस्ट वजह हो सकती है, जिसमें पवित्र स्थलों को लेकर आपत्तिजनक बातें थीं. इस पोस्ट के वायरल होने के बाद ही लोग सिटी पुलिस स्टेशन पहुंचे और तनाव फैल गया.
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वडोदरा शहर पुलिस ने तुरंत स्थिति को कंट्रोल करने के लिए कार्रवाई की और इलाके में फोर्स तैनात कर दी. धर्मगुरुओं और समाज के वरिष्ठ सदस्यों की मदद से लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत किया गया. फिलहाल जूनिगढ़ी इलाके में स्थिति सामान्य है और पुलिस लगातार निगरानी बनाए हुए है.
पुलिस के द्वारा किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न देने और विवादास्पद पोस्टों से दूरी बनाए रखने की अपील की जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि शांति बनाए रखना और किसी भी प्रकार की हिंसा की घटना को रोकना प्राथमिकता है. पुलिस विवादास्पद पोस्ट वायरल करने वालों पर नजर रख रही है.
अतुल तिवारी