सूरत की लाजपोर सेंट्रल जेल का विवादों से पुराना नाता रहा है. इसी जेल में एक और बड़ा मामला सामने आया है. हत्या के आरोपी 42 वर्षीय कैदी हेमंत उर्फ डैनी पानचंद्र मंगरोलिया ने 17 सितंबर की रात को हाई सिक्योरिटी यार्ड नंबर 42 में आत्महत्या कर ली. हेमंत को वर्ष 2017 में सूरत के कतारगाम थाना पुलिस ने हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था.
10 अप्रैल 2017 से वह लाजपोर सेंट्रल जेल में बंद था. कुछ समय पहले उसे हाई सिक्योरिटी यार्ड नंबर 42 में रखा गया था. घटना के समय जेल कर्मचारी राउंडअप कर रहे थे तभी हवलदार शक्तिसिंह जे. काठिया ने हेमंत को बेहोशी की हालत में पाया. तुरंत डॉक्टर लक्ष्मण ताहिलियानी को बुलाया गया जिन्होंने जांच कर कैदी को मृत घोषित किया.
लाजपोर सेंट्रल जेल में कैदी ने किया सुसाइड
घटना की सूचना मिलते ही सचिन थाना पुलिस और वरिष्ठ अधिकारी जेल पहुंचे और जांच शुरू की. जेल में इस घटना के बाद अन्य कैदियों में भी हड़कंप मच गया. मृतक के परिजन नई सिविल अस्पताल पहुंचे जहां पोस्टमार्टम किया गया.
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
मृतक के भाई अमित मंगरोलिया ने जेल प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके भाई को हाई सिक्योरिटी बैरक में क्यों रखा गया और वहां आत्महत्या कैसे संभव है. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि यह हत्या हो सकती है क्योंकि गले पर खींचने के निशान थे और हाथ की नस काटने के कोई सबूत नहीं हैं. परिवार ने जेल का सीसीटीवी फुटेज देखने की मांग की है. पुलिस के एसीपी नीरव सिंह गोहिल ने कहा कि फिलहाल इसे आत्महत्या का मामला माना जा रहा है और सचिन थाना पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है.
संजय सिंह राठौर