गुजरात के मोरबी ब्रिज हादसे (Gujarat Morbi Bridge Collapse) में अपनों को खोने वालों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. कई तो ऐसे हैं, जिन्होंने खुद की आंखों के सामने ही परिवार के लोगों को डूबते और मरते देखा. इस हादसे ने ऐसा गम इन लोगों को दिया है, जिसे जिंदगी भर भुलाया नहीं जा सकेगा. इस हादसे में दो महिलाओं की कहानी भी झकझोर देने वाली है...
हादसे में सुरेंद्रनगर वढवान रोड स्थित शक्तिनगर इलाके के रहने वाले आनंदभाई मनसुखभाई सिंधव और उनके बहनोई राहुलभाई वाघेला की भी मौत हुई है. आनंदभाई अपनी पत्नी जिनलबेन के साथ मोरबी में रहने वाली अपनी बहन निरुपमाबेन और बहनोई राहुलभाई वाघेला से मिलने के लिए गए थे.
हादसे की जानकारी देते हुए आनंदभाई की पत्नी जिनलबेन ने बताया, ''मोरबी आकर हम सभी ने मोरबी ब्रिज जाने का प्लान बनाया. पहले तो हमने मोरबी मणि मंदिर के दर्शन किए. उसके बाद सभी मोरबी झूला की ओर चल दिए.''
काश टिकट नहीं लेते पति
आंखों में आंसू लिए कंपकपाती आवाज में जिनलबेन बताया, '' जब हम मोरबी ब्रिज पहुंते, तो यहां बहुत भीड़ थी. पहले वाले गेट पर हमें टिकट ही नहीं मिले. इसके बाद पति पीछे वाले गेट पर गए, वहां जाकर पति ने चार टिकट लिए.
बहन का बेटा रोया, तो हम लोग उतर आए
जिनलबेन ने कहा, ''हम सभी ब्रिज पर गए. मगर, वहां बहुत ही ज्यादा भीड़ थी. झूला बहुत तेजी से हिल रहा था. तभी बहन निरुपमा का छह महीने के बेटा रोने लगा. इसके कारण मैं और दीदी बच्चे को लेकर झूले से उतर आए. पति और बहनोई ने थोड़ी देर में आने की कहकर झूले पर ही रुक गए.''
हम कुछ कर ही नहीं पाए
जिनलबेन ने कहा, ''हम लोग दूर खड़े होकर झूले को देख रहे थे. तभी अचानक से उसकी केबल टूटी और झूला पलट गया. उस पर मौजूद लोग नदी में गिरने लगे. पति आनंदभाई और बहनोई राहुलभाई हम दोनों की नजरों के सामने नदी में गिरे. हम लोग सिर्फ चिल्लाते रह गए और वे नदी में डूबने लगे. हमारी आंखों के सामने यह सब हुआ और हम कुछ कर ही नहीं पाए.
घटना के बाद परिवार को दी जानकारी
घटना के बाद इसकी जानकारी परिवार के लोगों को दी गई. दोनों ही परिवार के लोग मोरबी ब्रिज पर पहुंचे. खोजने पर आनंदभाई और राहुलभाई के शव मिले. अब एक ही परिवार के दो युवकों की मौत से परिवार समेत पूरे समाज में शोक की लहर है. परिजनों की मांग है कि हादसे के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.
छह महीने पहले हुए थी शादी
पीड़ित परिवार ने बताया कि जिनल और आनंद की शादी छह महीने पहले ही हुई थी. वहीं, बेटी और दामाद राहुल का छह महीने का बेटा है. अब उसके सिर से पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया है.
मोरबी हादसे में अब तक 134 की मौत
मोरबी ब्रिज हादसे में अब तक 134 लोगों की मौत हो चुकी है. इस हादसे के बाद नगर के हर गली मोहल्ले में मातम पसरा हुआ है. सेना, पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की मदद से तुरंत ही रेस्क्यू ऑपरेशन लॉन्च कर दिया गया था. हादसे के बाद 170 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया था, नहीं तो मरने वालों आंकड़ा और भी बढ़ सकता था.
(रिपोर्ट- साजिद बेलीमा)
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