अवैध कब्जे और वसूली के मामले में गिरफ्तार लल्ला पठान उर्फ लल्ला बिहारी को अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने शनिवार को सेशंस कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने उसे छह दिन की रिमांड पर भेज दिया है. लल्ला पर चंडोला तालाब में मिट्टी पाटकर अवैध झोपड़ियां बनवाने का आरोप है. इन झोपड़ियों में बांग्लादेशी समेत कई लोगों को पनाह दी गई थी. इसके बदले उनसे लाखों रुपए वसूले जा रहे थे.
लल्ला पठान उर्फ लल्ला बिहारी को जज एचजी पंड्या की कोर्ट में पेश किया गया. क्राइम ब्रांच ने कोर्ट से लल्ला की 14 दिनों की रिमांड की मांग की लेकिन कोर्ट ने उसे 6 दिनों की रिमांड पर भेज दिया.
क्राइम ब्रांच ने मांगी रिमांड
सुनवाई के दौरान सरकारी वकील सुधीर ब्रह्मभट्ट ने कोर्ट से कहा, 'क्राइम ब्रांच को लल्ला के मामले में उसे रिमांड पर लेकर इस बात का पता लगाना है कि कैसे लल्ला ने चंडोला तालाब में मिट्टी पाटकर अवैद्य निर्माण शुरू किया, मकान और झोपड़ियां बनाकर अब तक कितनी कमाई की, इतना बड़ा साम्राज्य कैसे खड़ा किया और रोजाना हो रही लाखों की कमाई का क्या किया?'
लल्ला और उसके बेटे का होगा जॉइंट इंट्रोगेशन
उन्होंने कोर्ट से कहा, 'लल्ला ने बड़ी संख्या में बांग्लादेशियों के साथ रेंट एग्रीमेंट करके अवैद्य तरीके से बनाए मकान-झोपड़ियों में उन्हें गैरकानूनी तरीके से पनाह दी थी. इसमें लल्ला को किसने मदद की और कैसे बांग्लादेशी अहमदाबाद में रहने के लिए उससे संपर्क किया करते थे. लल्ला कैसे और किसकी मदद से बांग्लादेशियों के भारतीय होने का आधारकार्ड और पैनकार्ड जैसे डॉक्यूमेंट्स बनवाता था. अवैद्य निर्माण किया गया उस जगह पर लल्ला ने कैसे बिजली और पानी का कनेक्शन लिया, इसमें किस-किसने लल्ला की मदद की और किसको लल्ला से क्या फायदा मिला.'
सरकारी वकील ने बताया कि लल्ला और उसके बेटे का जॉइंट इंट्रोगेशन भी करना है. लल्ला पैसे फाइनेंस भी करता था. किसको और अब तक कितने रुपये फाइनेंस किए हैं, इस दिशा में अहमदाबाद क्राइम ब्रांच लल्ला को रिमांड पर लेकर जांच करेगी.
वकील ने किया रिमांड का विरोध
लल्ला पठान उर्फ लल्ला बिहारी के वकील इलियास पठान ने कहा कि जिन ग्राउंड पर रिमांड मांगी जा रही है, उनमें से अधिकतर सवालों के जवाब पहले से ही पुलिस के पास हैं और मीडिया में लगातार लल्ला के बारे में जानकारी आ रही है. बिजली कनेक्शन कैसे लिया, उसके लिए कनेक्शन देने वालों के पास जो डॉक्यूमेंट्स हैं उससे जानकारी मांगी जा सकती है.
'सबकुछ पुलिस और मीडिया के सामने'
उन्होंने कहा कि कितने रुपये लल्ला ने वसूले, उसके लिए पुलिस कह रही है कि उन्हें फाइल और बिल बुक मिले हैं, उसमें जानकारी है. लल्ला ने अवैद्य निर्माण किया लेकिन पहले से ही उनकी तरफ से कहा गया है कि कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जाए वह यह जगह छोड़ देंगे. जिन बांग्लादेशियों को पनाह देने की बात कही जा रही है, कैसे उनके आधारकार्ड बने. जिनके आधार बने वो पुलिस की गिरफ्त में है. पुलिस सीधा उनसे पूछताछ कर सकती है. लल्ला के घर में से क्या मिला, ये तक जानकारी पुलिस के पास होने के अलावा मीडिया में जाहिर हो चुकी है.
अतुल तिवारी