गुजरात की जेल में हत्या के जुर्म में बंद कैदी तराश रहे हीरा

पुलिस अधीक्षक (एसपी) जेल मनोज निनामा ने इस संबंध में बताया कि जेल में 45 कैदी ऐसे हैं, जो हीरा पॉलिश करने का कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो ट्रेंड हैं, वे हर महीने में करीब 15 हजार रुपये इस कार्य से कमा ले रहे.

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लाजपोर जेल में हीरा पॉलिश कर रहे कैदी (फोटोः एएनआई) लाजपोर जेल में हीरा पॉलिश कर रहे कैदी (फोटोः एएनआई)

aajtak.in

  • सूरत,
  • 25 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 8:26 PM IST
  • सूरत के लाजपोर जेल में हीरे चमका रहे कैदी
  • 5 से 15 हजार रुपये तक है महीने की कमाई
  • हीरा पॉलिश के लिए जेल में है अलग बैरक

आपराधिक मामलों में जेल की हवा खा रहे कैदी भी हुनर को निखार सकते हैं. कुछ कर सकते हैं. कमा सकते हैं. यह सिद्ध कर दिखाया है गुजरात के सूरत की जेल में बंद कैदियों ने. विभिन्न आपराधिक मामलों में सजा काट रहे कैदी हीरा पॉलिश कर अच्छी-खासी कमाई कर रहे हैं. हीरा नगरी के तौर पर प्रसिद्ध सूरत के लाजपोर जेल में बंद 45 कैदी हीरा पॉलिश करने का कार्य कर रहे हैं.

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समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक हीरा पॉलिश करने के कार्य से एक कैदी को करीब पांच से 15 हजार तक की कमाई हो रही है. पुलिस अधीक्षक (एसपी) जेल मनोज निनामा ने इस संबंध में बताया कि जेल में 45 कैदी ऐसे हैं, जो हीरा पॉलिश करने का कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो ट्रेंड हैं, वे हर महीने में करीब 15 हजार रुपये इस कार्य से कमा ले रहे.

पुलिस अधीक्षक जेल के मुताबिक हीरा पॉलिश करने का कार्य नया-नया शुरू करने वाले कैदियों की महीने की आमदनी भी करीब पांच हजार रुपये है. गौरतलब है कि इस जेल में हीरे तराशने के लिए अलग बैरक बनाई गई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक हीरे तराशने के कार्य में अधिकतर हत्या जैसे जघन्य अपराध में सजा काट रहे कैदी संलग्न हैं.

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