गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी और शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुल पानसेरिया ने समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है. अखिलेश ने गुजरात की शिक्षा प्रणाली पर सवाल उठाते हुए गुजरात शिक्षा बोर्ड के पुराने 10वीं के नतीजों की आलोचना की थी, जिसे बीजेपी पर हमला बताया गया. उनके इस कदम का केजरीवाल ने समर्थन किया. दोनों मंत्रियों ने केजरीवाल-अखिलेश को असामाजिक, असफल, नकली और धोखेबाज बताया.
अखिलेश यादव ने गुजरात की शिक्षा व्यवस्था पर उठाए सवाल
आज (रविवार) सुबह सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर गुजरात शिक्षा बोर्ड के दो साल पुराने नतीजों को लेकर गुजरात की शिक्षा व्यवस्था और भाजपा सरकार के शिक्षा मॉडल पर सवाल उठाए.
केजरीवाल ने किया समर्थन, बीजेपी सरकार के मॉडल पर उठाए सवाल
इसके बाद आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस पोस्ट पर कमेंट करते हुए भाजपा सरकार के विफल शिक्षा मॉडल पर सवाल उठाए.
गुजरात सरकार ने किया पलटवार
इसके बाद गुजरात सरकार बचाव की भूमिका में आक्रामक दिखी. गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने अरविंद केजरीवाल की पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा, 'फर्जी नेताओं से सावधान'! मैंने इतने फर्जी और धोखेबाज नेता कभी नहीं देखे. गुजरात बोर्ड के नतीजे अभी तक जारी नहीं हुए हैं, लेकिन श्री अखिलेश यादव और उनके सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर फर्जी नतीजे शेयर किए हैं. यह गलत सूचना फैलाने और जनता की राय को प्रभावित करने का एक स्पष्ट प्रयास है. इन नेताओं को बच्चों को अपनी गंदी राजनीति में घसीटने का कोई अधिकार नहीं है'.
शिक्षा राज्य मंत्री का भी तीखा हमला
गुजरात सरकार के शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुल पानसेरिया ने भी दोनों नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा, 'असामाजिक और असफल नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर फर्जी बोर्ड रिजल्ट के माध्यम से विद्यार्थियों को ठगने का घृणित प्रयास. बच्चों को अपनी गंदी राजनीति में मत घसीटिए. विद्यार्थियों के भविष्य पर गलत राजनीतिक स्टंट न करें. अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल द्वारा गलत सूचना फैलाकर बच्चों का मनोबल तोड़ने और अभिभावकों में भय का माहौल पैदा करने का यह प्रयास पूरी तरह निंदनीय है'.
पुराने नतीजों के हवाले से उठे विवाद
अखिलेश यादव ने सुबह एक अखबार के हवाले से दो साल पुराने 10वीं के नतीजों को लेकर भाजपा सरकार पर वार किया था और शिक्षा मॉडल पर सवाल उठाए थे. इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने उनका समर्थन किया था, लेकिन कहीं भी दोनों नेताओं ने यह नहीं कहा कि ये नतीजे पुराने हैं. इसी वजह से गुजरात सरकार के दोनों मंत्रियों ने इन नेताओं को आड़े हाथों लिया और कहा कि अभी 10वीं कक्षा की परीक्षा खत्म हुई है और नतीजे आने बाकी हैं. उससे पहले ही दोनों नेता बच्चों के नाम पर अपनी गंदी राजनीति करना चाहते हैं.
ब्रिजेश दोशी