दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे यमुना बाजार सहित कई निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. यमुना का पानी बुराड़ी, संतनगर और वजीराबाद जैसे अन्य इलाकों में भी दाखिल हो गया है, जिससे किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं. यमुना का जलस्तर 205.33 मीटर के पार पहुँच गया है.
यमुना का पानी मथुरा और आगरा में भी तबाही मचा रहा है, जहाँ घाट और मंदिर जलमग्न हो गए हैं। चंडीगढ़ में भी भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं। पंजाब के होशियारपुर में ब्यास नदी में बाढ़ आने से कई गांव प्रभावित हुए हैं।
पहाड़ों पर लगातार बारिश, बादल फटने और फ्लैश फ्लड के कारण हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी तबाही हुई है। उत्तरकाशी में पुल बह गए हैं, जिससे लोगों को जान जोखिम में डालकर नदी पार करनी पड़ रही है। कुल्लू के कनौन गांव में बादल फटने से दुकानें और एक बाइक बह गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि रात भर हुई तेज बारिश और उसकी आवाज से लोग काफी डरे हुए थे और सो नहीं पाए, बच्चे भी सहम गए थे।