यमुना नदी उफान पर है. दिल्ली में यमुना का पानी खतरे के निशान के पार है. पुराने यमुना ब्रिज (लोहा पुल) पर आज, 24 जुलाई को सुबह 7 बजे यमुना का जलस्तर 206.56 मीटर दर्ज किया गया है. ऐसे में दिल्ली में फिर बाढ़ खतरा मंडरा रहा है. यमुना के किनारे बसे कई निचले इलाकों में पानी आने लगा है.
लोगों को फिर से डर सताने लगा है कि कहीं एक बार फिर से बाढ़ के हालात का सामना न करना पड़े. हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ने के बाद दिल्ली यमुना में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए नदी किनारे बसे लोग सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं.
दिल्ली में यमुना का जलस्तर 206 मीटर के पार पहुंचने तक लोहे के पुल से ट्रेनों का संचालन रविवार देर शाम तक जारी था, लेकिन यमुना का पानी बढ़ने के बाद रेलवे ने पुराना लोहा पुल एक फिर से बंद कर दिया है. आज जलस्तर और बढ़ने के बाद लोहे के पुल पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई है. साथ ही यमुना बाजार, आईएसबीटी कश्मीरी गेट, सोनिया विहार समेत कई निचले इलाकों में फिर से बाढ़ आने का खतरा है.
लगातार बढ़ रहे यमुना के जलस्तर पर पैनी नजर रखी जा रही है. वहीं, निचले इलाकों के लोगों को एक बार फिर राहत शिविरों में शिफ्ट किया जा रहा है. दिल्ली के जैतपुर की खड्डा कॉलोनी और मदनपुर खादर की छोटी झुग्गी बस्तियों पर भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. बाढ़ और बारिश के खतरे को देखते हुए दिल्ली सरकार अलर्ट पर है.
वहीं, उमस भरी गर्मी से परेशान दिल्ली के लोगों को बारिश का भी इंतजार है. मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में आज, 24 जुलाई को हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. वहीं, तापमान की बात करें तो अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री रह सकता है. 25 से 27 जुलाई तक दिल्ली में बारिश की गतिविधियां तेज होने की संभावना है. ऐसे में बारिश होने से दिल्ली के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति देखने को मिल सकती है.
गाजियाबाद में उफान पर हिंडन, कई लोग घरों से निकले
दिल्ली से सटे गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र और साहिबाबाद इलाके में हिंडन नदी के किनारे बसे गांवों में बाढ़ के हालात हैं. निचले इलाकों में रह रहे लोग हिंडन नदी में उफान से परेशान हैं, गलियों से लेकर घर-मकानों और दुकानों में जलभराव है. जिसकी वजह से लोगों को अपना घर छोड़कर भी जाना पड़ रहा है. हालांकि, एनडीआरएफ की टीम और प्रशासनिक अधिकारी राहत एवं बचाव कार्य में दिन रात जुटे हुए हैं.
स्थानीय लोगों ने करहेड़ा सिटी फॉरेस्ट के तालाब में चलनी वाली बोटें कॉलोनियों में चलानी शुरू कर दीं हैं तो वहीं एनडीआरएफ की टीम भी लोगों को निकालने में जुटी है.
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