दिल्ली: मंदिर परिसर में मटन डिलीवर करने से किया इनकार, Swiggy ने डिलीवरी बॉय को नौकरी से निकाला, पुजारियों ने किया सम्मानित

स्विगी डिलीवरी बॉय सचिन पांचाल ने मटन, कोरमा ऑर्डर को उसके गंतव्य तक पहुंचाने से इनकार कर दिया क्योंकि यह पुरानी दिल्ली में मरघट हनुमान मंदिर के मंदिर परिसर के अंदर था. इस पर स्विगी का कहना था कि डिलीवरी बॉय की ड्यूटी होती है कि वे दरवाजे तक खाना पहुंचाएं. लेकिन सचिन पांचाल ने ऐसा नहीं किया और स्विगी ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया. इसके बाद मंदिर परिसर ने सचिन का सम्मान किया.

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मरघट मंदिर के ट्रस्ट ने स्विगी बॉय को किया सम्मानित मरघट मंदिर के ट्रस्ट ने स्विगी बॉय को किया सम्मानित

मिलन शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 07 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 6:40 PM IST

दिल्ली के कश्मीरी गेट स्थित मशहूर मरघट बाबा हनुमान मंदिर परिसर के पास मटन कोरमा का ऑनलाइन ऑर्डर मंगाने के मामले में आजतक ने उस डिलीवरी बॉय से बात की है जिसने ऑर्डर पहुंचाने से इनकार कर दिया. सचिन पांचाल वही डिलीवरी बॉय है जिसने पिछले हफ्ते एक वीडियो जारी की थी जिसमें कि देखा और सुना जा सकता है कि उसने धार्मिक जगह ऑर्डर नहीं पहुंचाया.

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डिलीवरी बॉय मंदिर परिसर के बाहर ही खड़ा था और कस्टमर से कह रहा था कि वो चाहें तो बाहर आकर ऑर्डर ले सकते हैं. लेकिन कस्टमर बाहर नहीं आए और उन्हें मंदिर परिसर के अंदर ही मटन कोरमा की डिलीवरी चाहिए थी. 

मंदिर परिसर में मीट खाना चाह रहे थे कस्टमर

एक वीडियो में सचिन पांचाल (डिलीवरी) को हाथ में मटन कोरमा खाने का ऑर्डर लिए मंदिर परिसर के लोहे के बार गेट के बाहर खड़ा दिखाया गया है. डिलीवरी की लोकेशन यमुना बाजार, हनुमान मंदिर दिखा रहा था. वीडियो में दिख रहे बिल के मुताबिक यह घटना एक मार्च 2023 की है. 

स्विगी ने नौकरी से निकाला

Swiggy डिलीवरी बॉय सचिन पांचाल ने मटन कोरमा ऑर्डर को उसके गंतव्य तक पहुंचाने से इनकार कर दिया क्योंकि यह कश्मीरी गेट, पुरानी दिल्ली में मरघट हनुमान मंदिर के मंदिर परिसर के अंदर था. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. स्विगी बॉय की ड्यूटी होती है कि वे दरवाजे तक खाना पहुंचाएं. लेकिन सचिन पांचाल ने ऐसा नहीं किया और स्विगी ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया. 

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इस ऑर्डर को लेकर सचिन पांचाल की काफी बहस हुई. वे स्विगी कंपनी के कस्टमर केयर और ऑर्डर बुक करने वाले कस्टमर दोनों से फोन पर भिड़ गए. 

सचिन को वीडियो रिकॉर्डिंग में सुना जा सकता है. 

सचिन पांचाल: 'कंपनी ने अभी तक ऑर्डर रद्द नहीं किया है.'

ऑर्डर बुक करने वाला जवाब देता है: 'कृपया मेरे साथ शांति से बात करें' (आराम से बोल ले.. इतना ओखा क्यों बोल रहा है.)

सचिन ने जवाब दिया: 'नहीं भईया, मैं कंपनी से काफी देर से बात कर रहा हूं, गला दर्द हो गया. आपकी दुकान मंदिर के चार दीवारी के अंदर है. मुझे डिलीवरी में कोई प्रॉब्लम नहीं होती अगर उधर नहीं होती, तो कोई दिक्कत नहीं थी.

ऑर्डर बुक करने वाला बोलता है: 'आप अपनी कंपनी से समरी चेक करिए, मैं तो 365 दिन मांगता हूं.'

सचिन: 'क्या आप 365 दिन दुकान के अंदर ऑर्डर मांगते हैं भैया?'

ऑर्डर बुक करने वाला जवाब देता है: 'हां हां अंदर, यहां जहां मैं खड़ा हूं.'

सचिन: 'है तो मंदिर की चार दीवारी के अंदर ही दुकान'

ऑर्डर बुक करने वाला कहता है: 'मंदिर आगे चलके है.. 150 मीटर आगे है.'

सचिनः 'कहां भैया…2 कदम पर तो मंदिर है'

ऑर्डर बुक करने वाला कहता है: 'कोई बात नहीं...'

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सचिन: 'हां भैया आप ही सोचो आप इतने पुराने बैठे हो इस जगह (दुकान का नाम).. आप मंदिर के लिए प्रसाद और सब बेचते हो.. और भैया उसी दुकान में मीट लेना आना ठीक नहीं होगा मेरे हिसाब से तो...'

ऑर्डर बुक करने वाला फिर कहता है: 'कोई बात नहीं भईया'

सचिन: ठीक है भईया मैं तो नहीं लेकर आ सकता मंदिर है भैया...

कस्टमर केयर ने कहा- अंदर डिलीवर करो

ऑर्डर की रसीद

इसके अलावा सचिन ने कस्टमर केयर हॉटलाइन पर भी बात की कि वह ऑर्डर देने के लिए अंदर नहीं जाएगा, क्योंकि यह वह क्षेत्र है जहां भगवान हनुमान को प्रसाद या मिठाई और कचौरी हर दिन तैयार की जाती है. कस्टमर केयर प्रतिनिधि अनुभव ने कहा कि भले ही वह कुछ गलत नहीं कर रहे हैं, लेकिन यह पॉलिसी है कि खाने को डोर स्टेप डिलीवरी पर पहुंचाना है. सचिन ने यह भी कहा, कि वह 'अधर्मी' नहीं हैं और वह नॉन वेज खाने का ऑर्डर देने के लिए मंदिर परिसर अंदर नहीं जाएंगे और अगर उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया तो वह इस कॉल रिकॉर्डिंग को सार्वजनिक कर देंगे.

नौकरी गई लेकिन सचिन को मिला सम्मान

हालांकि इसके परिणाम स्वरूप Swiggy डिलीवरी बॉय सचिन पांचाल को काम से हाथ धोना पड़ा. लेकिन हां, इस वीडियो के वायरल होने के बाद, मंगलवार को पवित्र मंदिर की धार्मिक पवित्रता बनाए रखने के लिए मरघट हनुमान मंदिर के मंदिर बोर्ड ने सचिन को सम्मानित किया है. 

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सम्मान भी मिला और काम भी मिला

मरघट बाबा मंदिर प्रभारी व ट्रस्टी पंडित वैभव शर्मा ने कहा, 'उन्होंने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए जो कुछ भी किया है वह उनकी अपनी सचेत और नैतिक कार्रवाई है. वह किसी हिंदू समूह, या किसी राजनीतिक दल या किसी धार्मिक समूह से संबंधित नहीं है. यह उन लोगों के लिए संदेश है जो कहते हैं कि हिंदू सो रहा है. हिन्दू अब जाग गया है और उनकी नैतिक सेवा के लिए, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें फिर से नौकरी मिले, वे हनुमान मंदिर परिसर में हमारे भाई और सेवादार होंगे.'

बता दें कि इस वीडियो के वायरल होने के बाद कई लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़क गई हैं और लोग उस दुकानदार से नाराज हैं जो दिन में मंदिर के लिए प्रसाद बनाता और बेचता है फिर रात में उसी दुकान में नॉनवेज खाना मंगाकर खाता है. 

दुकान के बाहर पुलिसबल तैनात

इसलिए दुकान वाले की सुरक्षा को देखते हुए प्राचीन हनुमान मंदिर से सटी दुकान के पास भारी सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस तैनात है. दरअसल सचिन की वीडियो से दुकान वाले का नाम और लोकेशन सार्वजनिक हो गया था. घटना का वीडियो वायरल होने के बाद से, उस इलाके के स्थानीय लोगों ने कुछ हिंदू समूहों के साथ उस दुकान को फिलहाल बंद करा दिया है.

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अपडेट-

स्विगी के सूत्रों का कहना है कि उक्त डिलीवरी बॉय अभी भी सिस्टम का एक हिस्सा है. उसे नौकरी से नहीं निकाला गया है. उसकी आईडी भी बंद नहीं की गई है. हालांकि यह हो सकता है कि इस घटना के बाद डिलीवरी बॉय सचिन खुद ऑर्डर लेने से डरे. स्विगी का इस मामले पर कहना है कि हम ऐसे सभी मामलों में अपने डिलीवरी मैन के साथ-साथ अपने कस्टमर केयर स्टाफ को भी संवेदनशील बनाने की कोशिश करते हैं.

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