मौत से कुछ मिनट दूर थे सलूजा भाई-बहन, बाल-बाल बचे, पिता की 2005 दिल्ली ब्लास्ट में गई थी जान

दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार ब्लास्ट ने कई ज़िंदगियों को झकझोर दिया लेकिन लाजपत नगर के लालचंद सलूजा के बच्चों के लिए ये हादसा जैसे पुराना जख्म ताजा कर गया. साल 2005 के दिल्ली सीरियल ब्लास्ट में पिता को खो चुकी करुणा और निर्मित सलूजा उस शाम महज कुछ मिनट पहले ही उसी सड़क से गुजरे थे जहां धमाका हुआ. किस्मत ने मगर उन्हें मौत के मुंह से बचा लिया.

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वही दिल्ली, वही दर्द, बस किस्मत से बची सलूजा भाई-बहन की जान वही दिल्ली, वही दर्द, बस किस्मत से बची सलूजा भाई-बहन की जान

aajtak.in

  • नई द‍िल्ली ,
  • 12 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 8:54 PM IST

दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम हुए कार धमाके में कम से कम 10 लोगों की जान चली गई लेकिन एक परिवार की किस्मत ने उन्हें मौत के मुंह से निकाल लिया. निर्मित और करुणा सलूजा जिनके पिता लालचंद की मौत 2005 के दिल्ली सीरियल ब्लास्ट में हुई थी. धमाके के ठीक कुछ मिनट पहले उसी रास्ते से अपनी कार लेकर गुजरे थे. दोनों भाई-बहन पूर्वी दिल्ली के गीता कॉलोनी स्थित एलआईसी ऑफिस से लौट रहे थे जहां वे अपने पिता की बीमा पॉलिसी से जुड़ा मामला निपटाने गए थे.

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24 साल की करुणा ने बताया कि हम बस कुछ मिनट पहले लाल किला रोड से गुजरे थे. तभी हमें एक रिश्तेदार का फोन आया कि वहां धमाका हुआ है. हमें समझ नहीं आया कि हम कितनी बड़ी अनहोनी से बच गए. उनके पिता लालचंद जो सरोजिनी नगर में जूस की दुकान चलाते थे, 29 अक्टूबर 2005 के सीरियल ब्लास्ट में मारे गए थे. उस वक्त उन्होंने अपने कर्मचारी बबलू के साथ एक संदिग्ध बैग देखा था. जब दोनों ने उसे हटाने की कोशिश की, तभी बम फट गया और दोनों की मौके पर मौत हो गई.

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23 साल के निर्मित अब वही दुकान चलाते हैं जो कभी उनके पिता की पहचान थी. उन्होंने बताया कि पापा के जाने के बाद मां ने ही सब संभाला. उन्होंने हमें पाला, दुकान चलाई लेकिन 2021 में कोविड के दौरान वो भी हमें छोड़ गईं.

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करुणा कहती हैं कि हर बार जब किसी धमाके की खबर आती है, मैं कांप उठती हूं. मुझे अपने पिता की यादें सताने लगती हैं. मुझे उनका चेहरा भी ठीक से याद नहीं लेकिन दर्द आज भी वैसा ही है. सोमवार शाम करीब 6 बजे, रेड फोर्ट के पास एक Hyundai i20 कार में विस्फोट हुआ. धमाका इतना तेज था कि कई गाड़ियां जल गईं, दर्जनों लोग घायल हुए और इलाके में अफरा-तफरी मच गई.

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रिपोर्ट: जफर अब्बास

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