देश की राजधानी दिल्ली समेत देशभर में मॉनसूनी बारिश हो रही है. लगातार हो रही बरसात के प्रभाव भी सामने आने लगे हैं. जहां एक ओर दिल्ली के कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति है. वहीं, दूसरी ओर यमुना का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है, जिससे यमुना के आस-पास के इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. बाढ़ के अलर्ट के बीच एहतियात के तौर पर पुराने रेलवे ब्रिज पर रेलवे और यातायात की आवाजाही रोक दी गई है.
खतरे के निशान से ऊपर यमुना नदी का जल स्तर
केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक, आज (11 जुलाई) सुबह 8 बजे, पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना नदी का जल स्तर 206.32 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के स्तर (205.33) से ऊपर बह रहा है. इसे देखते हुए हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है, जिसके कारण रेलवे ने पुराने यमुना पुल से होकर गुजरने वाली रेल गाड़ियों का रूट बदल दिया है.
पुराने यमुना पुल पर रेल-सड़क यातायात बंद
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) दीपक कुमार ने कहा कि हरियाणा में हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण जल स्तर खतरे के निशान को छू गया है. इसलिए पुराने यमुना पुल पर रेल और सड़क यातायात मंगलवार सुबह 6 बजे से अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है. बता दें कि यमुना का जलस्तर 207.49 मीटर को पार कर सकता है, जो 1978 में दर्ज किया गया था.
यमुना नदी में छोड़ा जा रहा पानी
बता दें कि आज (मंगलवार) सुबह 5 बजे यमुना नदी में 2.18 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया और सुबह 6 बजे 2.30 लाख क्यूसेक पानी, 7 बजे 2.72 लाख क्यूसेक पानी और सुबह 8 बजे हाथीकुंड बैराज से 3 लाख 20 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया. इससे अगले 24 घंटे में यमुना का जलस्तर काफी बढ़ जाएगा. आज सुबह 8 बजे यमुना नदी में मौजूदा जलस्तर 206.3 से बढ़कर 206.32 मीटर हो गया है. गौरतलब है कि यमुना में पानी का चेतावनी स्तर 204.50 है और खतरे का स्तर 205.33 है.
दिल्ली और उत्तर भारत के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश के बीच यमुना के खतरे के निशान को पार करने के बाद सोमवार शाम को इस क्षेत्र के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालना शुरू कर दिया गया है.
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