दंगों से कोरोना तक, कड़ी चुनौतियों के बीच ऐसा रहा केजरीवाल सरकार 3.0 का पहला साल

पिछले साल 16 फरवरी के दिन 70 में से 62 सीटें जीतकर अरविंद केजरीवाल तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री चुने गए थे. दिल्ली चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद आम आदमी पार्टी सरकार का सामना उत्तरी पूर्वी दिल्ली में दंगो से हुआ.

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केजरीवाल सरकार के तीसरे कार्यकाल के एक साल पूरे (फाइल फोटो) केजरीवाल सरकार के तीसरे कार्यकाल के एक साल पूरे (फाइल फोटो)

पंकज जैन

  • नई दिल्ली,
  • 16 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 9:05 AM IST
  • केजरीवाल सरकार ने तीसरे कार्यकाल के एक साल किए पूरे
  • सरकार में आते ही दिल्ली दंगो से हुआ सामना
  • फिर कोरोना महामारी से लड़ने की थी चुनौती

साल 2020 में दिल्ली की सत्ता में दोबारा वापसी करने वाली आम आदमी पार्टी ने एक साल पूरे कर लिए हैं. पिछले साल 16 फरवरी के दिन 70 में से 62 सीटें जीतकर अरविंद केजरीवाल तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री चुने गए थे. दिल्ली चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद आम आदमी पार्टी सरकार का सामना उत्तरी पूर्वी दिल्ली में दंगो से हुआ. इसके तुरंत बाद कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन ने दिल्ली वालों की मुसीबतें बढ़ा दी.

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हालांकि तमाम चुनौतियों के बावजूद केजरीवाल सरकार अपने कामकाज को लेकर कुछ उपलब्धियां जनता के सामने रख सकती है. 

1. बिजली

सस्ती बिजली देने का वादा करके सत्ता में आई केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में 400 यूनिट तक बिजली के दाम 50% घटाने का एलान किया. इसके बाद 200 यूनिट तक जीरो बिल की घोषणा भी की. आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में पिछले 1 साल में 73.54% घरों में बिजली का बिल जीरो आया है. यानी कुल 51,98,533 उपभोक्ताओं में से 38,23,232 उपभोक्ताओं का बिजली का बिल शून्य आया है. 

2. पानी

बिजली की तरह मुफ़्त पानी दिल्ली में सबसे बड़ा मुद्दा रहा है. केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में 20,000 लीटर पानी हर महीने हर घर को मुफ्त देने की योजना दी है. पिछले एक साल में करीब 24.70 लाख उपभोक्ताओं में से 13.66 लाख उपभोक्ताओं का पानी का बिल ज़ीरो आया है.

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3. प्लाज्मा थैरेपी

कोरोना के बढ़ते मामलों की चिंता के बीच देशभर में दिल्ली ने सबसे पहले प्लाज्मा थैरेपी के ट्रायल शुरू किए थे. शुरुआत में ट्रायल के सकारात्मक परिणाम सामने आए जिसके बाद देशभर में प्लाज्मा का ट्रायल किया गया.

4. प्लाज्मा बैंक

2 जुलाई 2020 को दिल्ली के इंस्टिट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलिअरी साइंसेस(ILBS) में देश का पहला प्लाज्मा बैंक खोला गया. दिल्ली में अब तक 4929 मरीजों को प्लाज्मा दिया जा चुका है.

5. होम आइसोलेशन

कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे थे ऐसे में अस्पताल में बेड की किल्लत से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने होम आइसोलेशन की इजात दी. इसके तहत कम लक्षण या बिना लक्षण वाले मरीज़ों को उनके घर में ही रहकर इलाज करवाने की सुविधा दी गई. इन मरीज़ो को एक मेडिकल टीम कॉल के माध्यम से मॉनिटर करती थी. अब तक दिल्ली में 3,12,425 मरीज़ होम आइसोलेशन में रहकर ठीक हो चुके हैं.

6. अस्थायी अस्पताल

कोरोना मरीज़ो के लिए बेड्स की किल्लत को दूर करने के लिए बैंक्वेट हॉल्स में अस्थायी अस्पताल की शुरूआत की गयी. दिल्ली के अलग अलग हिस्सों में कई कोरोना सेंटर बनाए गए इनमें से मुख्य कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज और राधा स्वामी आश्रम में बनाया गया था.

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7. कोरोना वॉरियर्स का सम्मान

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना ड्यूटी के दौरान किसी व्यक्ति की जान जाने पर उसके परिवार को सम्मान के तौर पर एक करोड़ रुपए दिए जाने का ऐलान किया. दिल्ली सरकार अबतक 9 कोरोना वरियर्स के परिवार को 1 करोड़ रुपये की सम्मान राशि दे चुकी है. इसमें डॉक्टर से लेकर टेक्निकल स्टाफ और सफाई कर्मी भी शामिल हैं.

8. ऑटो-टैक्सी ड्राइवर/निर्माण मजदूर को राहत राशि

कोरोना की वजह से लॉकडाउन हुआ तो सबसे ज्यादा आर्थिक चोट, रोज कमाकर जीवन यापन करने वालों को पहुंची. ऐसे में दिल्ली सरकार ने सहायता राशि का ऐलान किया. अब तक 1,56,875 ऑटो और टैक्सी ड्राइवरों के बैंक अकाउंट में ₹5000 की एक बार सहायता राशि जमा कराई गयी. तो 43,945 निर्माण मजदूरों के बैंक अकाउंट में ₹10,000 जमा कराए गए.

9. मुफ़्त राशन और खाना

कोरोना लॉकडाउन में आर्थिक तंगी का शिकार हुए लोगों तक राहत पहुंचाने के लिए मुफ़्त राशन किट बांटने से लेकर लंच और डिनर की व्यवस्था भी की गयी थी.

10. मजदूरों के ठहरने के लिए स्कूल में इंतज़ाम

लॉकडाउन में मजदूरों का पलायन लगातार जारी रहा तो वहीं मजदूरों के ठहरने के लिए दिल्ली सरकार के स्कूलों में भोजन, बिस्तर और दवाई के इंतज़ाम किये गए.

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