दिल्ली की हवा में सोमवार को मामूली सुधार हुआ और एक्यूआई 351 दर्ज किया गया, जो अब भी 'बहुत खराब' श्रेणी में है. वजीरपुर और बवाना 400 से ऊपर एक्यूआई के साथ 'गंभीर' श्रेणी में बने रहे. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 'बहुत खराब' श्रेणी में रहा, 24 घंटे का औसत एक्यूआई 351 रहा, जो रविवार को दर्ज 377 से थोड़ा बेहतर है.
सीपीसीबी के समीर ऐप (Sameer App) के आंकड़ों से पता चला कि केवल दो मॉनिटरिंग स्टेशनों- वजीरपुर और बवाना- ने एक्यूआई रीडिंग 400 से ऊपर, 'गंभीर' श्रेणी में दिखाई. यह वजीरपुर में 405 और बवाना में 407 रहा. इसके विपरीत, रविवार को शहर के 39 में से 11 मॉनिटरिंग स्टेशनों पर AQI 'गंभीर श्रेणी' में दर्ज किया गया था. सीपीसीबी मानकों के अनुसार, 0 से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'बहुत खराब' और 401-500 को 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है.
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इस बीच, पुणे स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेट्रोलॉजी (IITM, PUNE), द्वारा वायु गुणवत्ता विश्लेषण और पूर्वानुमान के लिए उपयोग की जाने वाली प्रणाली- डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) ने दिखाया कि सोमवार को शहर के प्रदूषण में वाहनों से निकलने वाले उत्सर्जन का योगदान लगभग 18 प्रतिशत था, जबकि पराली जलाने का योगदान 8.2 प्रतिशत था.
सैटेलाइट इमेजिंग से रविवार को पंजाब में 95, हरियाणा में 47 और उत्तर प्रदेश में 461 खेतों में आग लगने की घटनाओं का पता चला. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के एयर क्वालिटी अर्ली वॉर्निंग सिस्टम के अनुसार, शहर का AQI अगले छह दिनों तक 'बहुत खराब' श्रेणी में रहने की संभावना है.
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