बेटे के बर्थडे पर पिता का आखिरी गिफ्ट... मौत के बाद पहुंची डिलीवरी, आंसुओं और दर्द से दहला देगी सरप्राइज की ये कहानी

16 सितंबर, जो कभी नवजोत सिंह के परिवार के लिए बेटे की मुस्कान और पिता के हाथों से कटे केक की मिठास का दिन होता था, इस बार गहरे दर्द का साया बन गया. सड़क हादसे ने पिता को छीन लिया. बेटे के जन्मदिन पर घर गिफ्ट तो पहुंचा, पर भेजने वाला नहीं. वही दिन, जब पिता बेटे को खुशी देते थे, अब बेटा पिता की अर्थी को कंधा दे रहा था.

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जिस दिन नवजोत के बेटे का जन्मदिन है उसी दिन उनका अंतिम संस्कार हुआ. (Photo: Arvind Ojha/ITG) जिस दिन नवजोत के बेटे का जन्मदिन है उसी दिन उनका अंतिम संस्कार हुआ. (Photo: Arvind Ojha/ITG)

अरविंद ओझा

  • नई दिल्ली ,
  • 17 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 8:06 AM IST

वित्त मंत्रालय में डिप्टी सेक्रेटरी नवजोत सिंह के परिवार के लिए 16 सितंबर का दिन हमेशा यादगार माना जाता था. इस दिन उनका इकलौता बेटा जन्मा था. परिवार हर साल इस दिन को खास तरीके से मनाता था, पिता अपने हाथों से केक काटते, बेटे की मुस्कान में अपनी खुशियां ढूंढते. लेकिन इस साल यह दिन सिर्फ यादगार नहीं, बल्कि अनगिनत आंसुओं और दर्द का साक्षी बन गया.

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क्योंकि बेटे का जन्मदिन आया, लेकिन पिता जिंदा नहीं थे. रविवार की दोपहर दिल्ली के धौला कुआं में हुई सड़क दुर्घटना में नवजोत सिंह की मौत हो चुकी थी. वही पिता, जिसने बेटे के लिए ऑनलाइन गिफ्ट पहले ही बुक कर रखा था, वह गिफ्ट आज घर आया. गिफ्ट को लेने वाले वहां मौजूद थे, लेकिन जिसने यह गिफ्ट भेजा था, वह अब इस दुनिया में नहीं था. खुशी के इस पल में छुपा था गहरा दर्द.

उसी जन्मदिन पर, पिता का अंतिम संस्कार बीरी वाला बाग शमशान घाट में हुआ. समय का चक्र देखिए जिस दिन हर साल पिता अपने हाथों से बेटे का केक कटवाते थे इस साल उसी दिन बेटा पिता की अर्थी को कंधा दे रहा था. पत्नी संदीप कौर, जिन्होंने अपने जीवनसाथी को अंतिम बार देखा, उन्हें रोते हुए देखकर कोई भी अपनी आंखों में आंसू रोक नहीं सका. बेटे ने पिता का केक देखा, लेकिन पिता का हाथ उसके सिर पर नहीं था. पिता ने जिन भावनाओं के साथ गिफ्ट भेजा, वही भावनाएँ बेटे के सामने अधूरी रह गईं.

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कैसे हुआ था हादसा

बीते रविवार को हुए हादसे में नवजोत अपनी पत्नी संदीप कौर के साथ बाइक पर सवार थे. लौटते समय उनकी बाइक दिल्ली की सड़क पर बीएमडब्ल्यू कार और बस की चपेट में आ गई. हादसे के बाद पुलिस ने 38 वर्षीय गगनप्रीत मक्कड़ को गिरफ्तार कर लिया गया है. जांच में यह साफ हुआ कि वह नशे में नहीं थीं. CCTV फुटेज के मुताबिक कार पहले डिवाइडर से टकराई, पलटी और पास से गुजरती नवजोत की बाइक इसकी चपेट में आ गई.

दो दिन की न्यायिक हिरासत 

पुलिस ने गगनप्रीत को कोर्ट में पेश किया और उन्हें दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा. हादसे में घायल हुई गगनप्रीत और उनके पति अभी अस्पताल में भर्ती हैं. जांच में यह भी सामने आया कि गगनप्रीत ने नवजोत और उनकी पत्नी को जिस अस्पताल में भर्ती कराया, उसका अस्पताल मालिक के साथ उसका निजी संबंध था.

चश्मदीद ने बताया कैसे हुआ हादसा

इस घटना को लेकर वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जिस वक्त यह हादसा हुआ उस समय बीएमडब्ल्यू कार एक महिला चला रही थी और उसके साथ उसका पति भी मौजूद था. बीएमडब्ल्यू कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी जिसके बाद बाइक पहले डिवाइडर से टकराने के बाद बस से जा भिड़ी. हादसे में अधिकारी नवजोत सिंह और उनकी पत्नी घायल हो कर सड़क पर गिर पड़े.हालांकि कहा जा रहा है कि अधिकारी के बाइक को टक्कर मारने वाली महिला और उसके पति ने मौके पर कैब बुलाई और उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे लेकिन नवजोत सिंह को बचाया नहीं जा सके. वहीं उनकी पत्नी की भी हालत गंभीर है.

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