दिल्ली-NCR में अब तक की सबसे बड़ी मॉक ड्रिल की तैयारी पूरी, 29 जुलाई से 1 अगस्त तक चलेगा अभ्यास

इस अभ्यास का समापन 01 अगस्त को एक फुल-स्केल मॉक एक्सरसाइज से होगा, जिसमें पूरे NCR के 18 जिलों में एक बड़े भूकंप की स्थिति को सिमुलेट किया जाएगा. लोगों से अपील की गई है कि वे घबराएं नहीं, यह केवल एक अभ्यास है.

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लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे मॉक ड्रिल के दौरान सहयोग करें और किसी भी गतिविधि से भ्रमित या भयभीत न हों. (Photo: AI-generated) लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे मॉक ड्रिल के दौरान सहयोग करें और किसी भी गतिविधि से भ्रमित या भयभीत न हों. (Photo: AI-generated)

कुमार कुणाल

  • नई दिल्ली,
  • 28 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 7:42 AM IST

दिल्ली-एनसीआर में आपदा से निपटने की तैयारियों को परखने के लिए 29 जुलाई से 01 अगस्त तक एक मेगा मॉक ड्रिल 'EXERCISE SURAKSHA CHAKRA' आयोजित की जा रही है. यह अभ्यास राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA), भारतीय सेना और दिल्ली, हरियाणा व उत्तर प्रदेश सरकारों के संयुक्त प्रयास से आयोजित किया जा रहा है.

यह अब तक का NCR में सबसे बड़ा बहु-राज्यीय, बहु-एजेंसी आपदा प्रबंधन अभ्यास माना जा रहा है. इसका उद्देश्य बड़े आपदाओं जैसे भूकंप और औद्योगिक रासायनिक हादसों से निपटने की तैयारी और विभिन्न एजेंसियों के बीच कोऑर्डिनेशन को मजबूत करना है.

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01 अगस्त को होगा मॉक ड्रिल का फील्ड एक्शन

इस अभ्यास का समापन 01 अगस्त को एक फुल-स्केल मॉक एक्सरसाइज से होगा, जिसमें पूरे NCR के 18 जिलों में एक बड़े भूकंप की स्थिति को सिमुलेट किया जाएगा. लोगों से अपील की गई है कि वे घबराएं नहीं, यह केवल एक अभ्यास है.

मॉक ड्रिल के दौरान देखने को मिलेंगे ये नजारे

आपातकालीन वाहनों की आवाजाही बढ़ेगी: एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड, पुलिस और सेना के वाहन सड़कों पर सामान्य से अधिक संख्या में नजर आ सकते हैं.

रेस्क्यू टीमें तैनात होंगी: NDRF, सिविल डिफेंस, सशस्त्र बल और अन्य एजेंसियों के जवान अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय रहेंगे.

सायरन और अनाउंसमेंट: मॉक ड्रिल शुरू करने के संकेत के लिए सायरन और पब्लिक एड्रेस सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा.

अस्थायी सुविधाएं: राहत शिविर, मेडिकल सहायता केंद्र, स्टेजिंग एरिया और इन्सिडेंट कमांड पोस्ट जैसी अस्थायी संरचनाएं तैयार की जाएंगी.

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बचाव अभियान का अभ्यास: टीमों की ओर से खोज-बचाव, घायलों को निकालना और प्राथमिक चिकित्सा देना जैसे अभ्यास किए जाएंगे.

लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे मॉक ड्रिल के दौरान सहयोग करें और किसी भी गतिविधि से भ्रमित या भयभीत न हों. यह अभ्यास NCR क्षेत्र को आपदा के समय बेहतर और प्रभावी प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार करने के उद्देश्य से किया जा रहा है.

अभ्यास का पूरा कार्यक्रम

29 जुलाई: मानेकशॉ सेंटर में उच्चस्तरीय मीटिंग- सभी भागीदार एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी NCR की आपदा प्रोफाइल और रणनीतियों पर चर्चा करेंगे.

30 जुलाई: टेबल टॉप एक्सरसाइज (TTEx)- आपदा प्रबंधन अधिकारी सैद्धांतिक स्तर पर योजनाओं का परीक्षण करेंगे.

01 अगस्त: फील्ड मॉक ड्रिल- दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के चयनित जिलों में बड़े पैमाने पर आपदा प्रतिक्रिया का अभ्यास.

ड्रिल में भाग लेंगे ये जिले

दिल्ली के सभी 11 जिले: सेंट्रल, ईस्ट, न्यू दिल्ली, नॉर्थ, नॉर्थ ईस्ट, नॉर्थ वेस्ट, शाहदरा, साउथ, साउथ ईस्ट, साउथ वेस्ट, और वेस्ट दिल्ली

हरियाणा के 5 जिले: गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, नूंह और रेवाड़ी

उत्तर प्रदेश के 2 जिले: गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद

पूरा सरकारी तंत्र होगा शामिल

यह अभ्यास ‘Whole-of-Government’ अप्रोच पर आधारित है. इसमें सेना, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPFs), तकनीकी व वैज्ञानिक संस्थान जैसे मौसम विभाग (IMD), नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) और सिविल सोसाइटी संगठनों की भागीदारी होगी.

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प्रशासन का कहना है कि NCR के सभी नागरिकों से सहयोग की अपेक्षा है. यह अभ्यास जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने और भविष्य में किसी भी आपदा से निपटने की तैयारी के लिए किया जा रहा है.

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