नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात को मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई जिसमें सागरपुर की रहने वाली 7 साल की मासूम रिया की भी जान चली गई. मौत के उस दर्दनाक मंजर को याद करते हुए उसके पिता ओपिल सिंह भावुक हो गए और रुंधे गले से बताया कि प्लेटफार्म नंबर 14 पर भगदड़ कैसे मची.
उन्होंने कहा कि जब प्लेटफॉर्म पर भारी भीड़ जमा हो गई और भगदड़ मचा तो वह प्रयागराज जानेवाली ट्रेन को छोड़कर घर वापसी के लिए पुल की सीढ़ी पर चढ़ने लगे. इसी दौरान सामने से सैकड़ों लोग आ रहे थे और अपना-अपना सामान भी फेंकते हुए भाग रहे थे.
इसी दौरान उनकी बच्ची का हाथ उनके हाथ से छूट गया और वो सीढ़ी के साथ वाले खाली हिस्से में घुस गई जहां भीड़ की दबाव की वजह से लोहे का एक रॉड उसके सिर में घुस गया. इसके बाद उसके परिवार वाले बच्ची को अस्पताल पहुंचाने के लिए उसे लेकर इधर-उधर भागते रहे लेकिन कोई मदद नहीं मिली.
बाद में वो खुद आधे घंटे के बाद अपनी बेटी रिया को लेकर किसी तरह अस्पताल पहुंच पाए जहां उसकी मौत हो गई. उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां थीं जिसमें रिया छोटी बेटी थी. उसकी मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है.
मृतक बच्ची के पिता ने कहा, स्टेशन पर जब काफी भीड़ हो गई तो हम वापस घर आने के लिए सीढ़ी पर चढ़ने लगे, 5 से 6 सीढ़ी ही चले थे ऊपर से हजारों की भीड़ सामान फेंकते हुए आगे बढ़ रहे थे. मेरी बेटी किनारे में चली गई और वहां निकला एक रॉड उसके सिर में घुस गया.
aajtak.in