छत्तीसगढ़: कौशल्या मंदिर परिसर का हुआ जीर्णोद्धार, 51 फीट ऊंची भगवान राम की प्रतिमा का भी अनावरण

छत्तीसगढ़ के राम वनगमन पथ योजना पर तेजी से काम करते हुए भूपेश बघेल सरकार ने रायपुर के पास चंदखुरी में माता कौशल्या मंदिर परिसर का जीर्णोद्धार कर दिया है. मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही यह योजना भूपेश बघेल के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है. 

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 भगवान राम की प्रतिमा का भी अनावरण भगवान राम की प्रतिमा का भी अनावरण

रवीश पाल सिंह

  • रायपुर,
  • 08 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 5:35 AM IST
  • योजना भूपेश बघेल के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक
  • 15 करोड़ की लागत से इसका जीर्णोद्धार करवाया गया

छत्तीसगढ़ के राम वनगमन पथ योजना पर तेजी से काम करते हुए भूपेश बघेल सरकार ने रायपुर के पास चंदखुरी में माता कौशल्या मंदिर परिसर का जीर्णोद्धार कर दिया है. मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही यह योजना भूपेश बघेल के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है. 

बता दें कि रायपुर से 24 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चंदखुरी भगवान राम की माता कौशल्या की जन्मस्थली है. चंदखुरी गांव में जलसेन तालाब के बीच माता कौशल्या का एक बेहद ही पुराना और दुनिया का इकलौता मंदिर बना हुआ है. इस मंदिर में भगवान राम अपनी मां कौशल्या की गोद मे विराजित हैं.

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करीब 15 करोड़ की लागत से इसका जीर्णोद्धार करवाया गया है. यहां भगवान राम की 51 फीट ऊंची प्रतिमा भी बनाई गई है जिसका लोकार्पण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को किया. 

माना जाता है कि त्रेतातायुगीन छत्तीसगढ़ का पुराना नाम दक्षिण कौशल और दण्डकारण्य था. भगवान राम के द्वारा अपने वनवास काल के 14 वर्षों में से एक लंबा समय छत्तीसगढ़ में व्यतीत किया गया था तथा उन्होंने छतीसगढ़ में अनेक स्थलों का भ्रमण किया था. 

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राम वनगमन पथ के स्थलों में से 9 स्थलों (सीतामढ़ी-हरचौका, रामगढ़, शिवरीनारायण, तुरतुरिया, चंद्रखुरी, राजिम, सिहावा (सप्त ऋषि आश्रम), जगदलपुर, रामाराम सुकमा) को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है जिसका मकसद लोगों को भगवान राम से जुड़े स्थलों से परिचित कराना है.

 

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