छत्तीसगढ़: बीजापुर में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी, 103 नक्सलियों ने किया सरेंडर

सरेंडर करने वालों में 80 पुरुष और 23 महिलाएं शामिल हैं. इनमें 1 करोड़ 06 लाख 30 हजार रुपये के इनामी 49 नक्सली भी शामिल हैं. सरेंडर के लिए आए नक्सलियों में कई बड़े पदाधिकारी भी हैं, जिन पर भारी इनामी रकम घोषित थी. यह कदम यह दिखाता है कि नक्सलियों का हौसला लगातार टूट रहा है और वे अब मुख्यधारा का रास्ता चुन रहे हैं.

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सरेंडर करने वालों को शासन की नीति के तहत 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई. (Photo: Representational) सरेंडर करने वालों को शासन की नीति के तहत 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई. (Photo: Representational)

धर्मेन्द्र महापात्र

  • बीजापुर,
  • 02 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 6:38 PM IST

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सल मोर्चे पर बड़ी सफलता मिली है. पुलिस और सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाई और क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों से प्रभावित होकर 103 नक्सलियों ने सरेंडर कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया है. सरेंडर करने वालों में 80 पुरुष और 23 महिलाएं शामिल हैं. इनमें 1 करोड़ 06 लाख 30 हजार रुपये के इनामी 49 नक्सली भी शामिल हैं.

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सरेंडर करने वाले नक्सलियों में दंडकारण्य विशेष जनताना सरकार के अध्यक्ष, पीपुल्स कांग्रेस के सदस्य, ACM, DVCM, जनताना सरकार सदस्य, मिलिशिया प्लाटून सदस्य और जनमिलिशिया के साथ-साथ CNM, KAMS, DAKMS जैसे फ्रंटल संगठनों से जुड़े लोग भी शामिल हैं. पुलिस ने बताया कि सरेंडर करने वालों को शासन की नीति के तहत 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई.

बीजापुर पुलिस के मुताबिक, सरेंडर के लिए आए नक्सलियों में कई बड़े पदाधिकारी भी हैं, जिन पर भारी इनामी रकम घोषित थी. यह कदम यह दिखाता है कि नक्सलियों का हौसला लगातार टूट रहा है और वे अब मुख्यधारा का रास्ता चुन रहे हैं.

जिले में अब तक 195 नक्सली ढेर

पुलिस ने यह भी जानकारी दी कि 1 जनवरी 2024 से अब तक जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए अभियानों में 924 नक्सली गिरफ्तार किए गए, 599 ने सरेंडर किया और 195 नक्सली मुठभेड़ में मारे गए. ये आंकड़े स्पष्ट रूप से यह दर्शाते हैं कि नक्सली लगातार कमजोर पड़ रहे हैं और उनकी संगठनात्मक क्षमता घट रही है.

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सरेंडर की इस बड़ी घटना के दौरान बीजापुर के पुलिस कप्तान, आईआरबी 4वीं बटालियन के कमांडेंट, सीआरपीएफ 85वीं बटालियन के कमांडेंट और कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे. उन्होंने नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने के लिए स्वागत किया और उन्हें आश्वस्त किया कि प्रशासन उन्हें सुरक्षा और विकास के अवसर प्रदान करेगा.

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