बिहार में रामचरित मानस को लेकर एक बार फिर विवाद तेज हो गया है. राजद (RJD) विधायक रीत लाल यादव ने ये कहकर विवाद को जन्म दे दिया है कि रामचरित मानस मस्जिद में लिखी गई थी. ये बयान सामने आते ही विवाद शुरू हो गया है. हिंदू संगठनों के साथ ही बीजेपी भी विधायक पर हमलावर है.
गौरतलब है कि विधायक रीतलाल यादव ने रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि रामचरित मानस मस्जिद में लिखी गई थी. इस बयान के बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है. मुजफ्फरपुर में अखंड भारत पुरोहित सभा ने विधायक की सद्बुद्धि के लिए हवन किया है.
ऐसे बयान देने वाले अनपढ़ हैं- सांसद अजय निषाद
इसमें बीजेपी सांसद अजय निषाद भी शामिल हुए. उधर, पुरोहितों और हिंदु संगठनों में विधायक के बयान से काफी आक्रोश है. सांसद अजय निषाद ने कहा कि सनातन धर्म सबसे पुराना धर्म है. उस वक्त किसी और धर्म की उत्पत्ति भी नहीं हुई थी. मानस के बारे में ऐसे बयान देने वाले अनपढ़ हैं.
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शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने भी की थी विवादित टिप्पणी
इससे पहले फरवरी में बिहार सरकार में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था, "रामचरितमानस में जो कूड़ा कचरा है, उसे साफ करने की जरूरत है. अभी तो कुछ दोहों पर सवाल किया है, अभी दर्जनों दोहे हैं, जिन्हें बदलने की जरूरत है. मैं रामचरितमानस पर बोलता रहूंगा. मैं चुप होने वाला नही हूं".
चंद्रशेखर ने पटना में नालंदा ओपन विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला और समाज को बांटने वाला ग्रंथ बताया था. उनके इस बयान को लेकर काफी विवाद भी हुआ था. बीजेपी ने इस मुद्दे पर नीतीश सरकार को घेरा था. विवाद बढ़ने के बाद नीतीश कुमार की सरकार ने खुद को इस बयान से अलग कर लिया था.
इस बयान पर जदयू विधायक संजीव कुमार ने कहा था कि चंद्रशेखर धर्म के बारे में अनाप शनाप बोलना बंद करें. शिक्षा मंत्री बताएं उनका धर्म क्या है? इतनी परेशानी है तो धर्म परिवर्तन कर लें. इतना ही नहीं संजीव कुमार ने कहा था, अगर चंद्रशेखर में हिम्मत है तो दूसरे धर्म पर बोलकर दिखाएं.
मणिभूषण शर्मा