तेजस्वी से मुलाकात करेंगे चिराग, पिता की पुण्यतिथि के कार्यक्रम के लिए देंगे न्योता

एलजेपी सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) बुधवार को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से मुलाकात करेंगे. दोनों के बीच यह मुलाकात सुबह 11 बजे होगी.

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चिराग पासवान चिराग पासवान

उत्कर्ष कुमार सिंह

  • पटना,
  • 08 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 6:28 AM IST
  • तेजस्वी यादव से मुलाकात करेंगे चिराग
  • 12 सितंबर को पटना में आयोजित किया बड़ा कार्यक्रम
  • पिता राम विलास पासवान की पहली पुण्यतिथि का कार्यक्रम

एलजेपी सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) बुधवार को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से मुलाकात करेंगे. दोनों के बीच यह मुलाकात सुबह 11 बजे होगी. तेजस्वी से मुलाकात करके चिराग अपने पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान की पहली पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम को लेकर न्योता देंगे. चिराग पासवान ने यह कार्यक्रम 12 सितंबर को पटना में आयोजित किया है. 

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जानकारी के अनुसार, चिराग पासवान और तेजस्वी यादव की यह मुलाकात 10 सर्कुलर रोड पर होने जा रही है. मालूम हो कि पिछले साल पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान का आठ अक्टूबर को निधन हो गया था. निधन से पहले कई हफ्तों तक पासवान दिल्ली के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती थे और गंभीर रूप से बीमार थे. पासवान पारंपरिक कैलेंडर के हिसाब से 12 सितंबर को रामविलास पासवान की पहली पुण्यतिथि मना रहे हैं.

चिराग पासवान ने इस कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सोनिया गांधी समेत कई नेताओं को न्योता भेजा है. इसके अलावा, अमित शाह, राजनाथ सिंह को भी आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा, लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार को भी न्योता भेजा गया है.

मालूम हो कि जून महीने में एलजेपी दो टुकड़ों में बंट गई थी. चिराग को छोड़कर पार्टी के सारे सांसद पशुपति पारस की ओर चले गए थे और उन्हें एलजेपी प्रमुख और लोकसभा में सदन का नेता चुन लिया गया था. 

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यह भी पढ़ें: तेजस्वी ने चिराग को साथ आने का दिया ऑफर, बिहार में बनेगी पासवान-यादव की जोड़ी?

चिराग पासवान इस लड़ाई को कोर्ट और चुनाव आयोग तक लेकर जा चुके हैं. वहीं, जुलाई महीने में जब मोदी सरकार का कैबिनेट विस्तार हुआ, तब चिराग की बजाय पशुपति पारस को केंद्रीय मंत्री बनाया गया. मोदी सरकार में पारस को खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली. 

एलजेपी में टूट के बाद तेजस्वी यादव और चिराग पासवान एक-दूसरे के पक्ष में बयान दे चुके हैं. तेजस्वी ने चिराग को साथ आने का ऑफर देते हुए कहा था कि उनके साथ गलत हुआ. तेजस्वी ने याद दिलाया था कि साल 2010 में राम विलास पासवान को लालू प्रसाद यादव ने राज्यसभा भेजने में मदद की थी, जब एलजेपी के कोई विधायक नहीं थे. 

 

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