अचानक नहीं आता हार्ट अटैक! 99% लोगों में पहले दिखते हैं 8 संकेत, कभी ना करें नजरअंदाज

हार्ट अटैक अक्सर अचानक नहीं आता. दक्षिण कोरिया और अमेरिका की रिसर्च में पाया गया कि लगभग 99% लोगों में पहले ही कुछ संकेत देखने को मिलते हैं. समय पर पहचान कर और सही लाइफस्टाइल अपनाकर आप हार्ट अटैक का खतरा कम कर सकते हैं.

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शरीर के संकेतों को समझकर आप जान बचा सकते हैं (Photo: AI Generated) शरीर के संकेतों को समझकर आप जान बचा सकते हैं (Photo: AI Generated)

आजतक हेल्थ डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 08 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 11:01 PM IST

शायद ही कोई होगा जिसने अपने परिवार या किसी जानकार से किसी व्यक्ति की हार्ट अटैक से हुई मौत की खबर नहीं सुनी हो. ये खबरें जितनी चौंकाने वाली होती हैं, उससे ज्यादा हैरान करने वाली बात ये है कि इन लोगों को पहले कोई बीमारी नहीं थी और उनकी उम्र भी ज्यादा नहीं थी. आजकल बहुत से लोग छोटी उम्र में ही हार्ट अटैक का शिकार हो जाते हैं और उनमें से कई अपनी जान भी गंवा बैठते हैं. असल में, दिल की बीमारियां या हार्ट अटैक आज भी दुनिया में मौत का सबसे बड़ा कारण हैं. हर साल करीब 1.79 करोड़ लोग हार्ट अटैक से मरते हैं.

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अक्सर लोग सोचते हैं कि हार्ट अटैक अचानक आता है और इसके कोई संकेत नहीं होते. इसलिए इससे होने वाली मौतों की संख्या लगातार बढ़ती जाती है. लेकिन ये सही नहीं है. दरअसल, ज्यादातर हार्ट अटैक अचानक नहीं आते. दक्षिण कोरिया और अमेरिका के रिसर्चर्स ने पाया कि जिन लोगों को हार्ट अटैक या स्ट्रोक हुआ, उनमें से लगभग 99% में कई साल पहले ही कुछ संकेत दिखने लगे थे. ये संकेत दिल से जुड़ी चेतावनी के रूप में सामने आते हैं. ये चेतावनी के संकेत हाई ब्लड प्रेशर, हाई शुगर, हाई कोलेस्ट्रॉल या धूम्रपान की आदत हो सकते हैं. इस रिसर्च के अनुसार, अगर हम समय रहते इन संकेतों पर ध्यान दें, तो हार्ट अटैक का खतरा पहले ही समझा जा सकता है और इसे रोका भी जा सकता है.

किन संकेतों को लोग अक्सर कर देते हैं नजरअंदाज? 
हार्ट संबंधी बीमारियां धीरे-धीरे और चुपचाप बढ़ती हैं. कई बार इनके शुरुआती संकेत छोटे या संबंधित नहीं लगते हैं इसलिए लोग इन्हें अनदेखा कर देते हैं. लेकिन डॉक्टर कहते हैं कि इन लक्षणों को कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. अब सवाल ये उठता है कि आखिर ये संकेत हैं क्या? चलिए जानते हैं.

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  • लगातार थकान महसूस होना या एनर्जी की कमी लगना
  • छोटे-मोटे काम करने पर भी सांस फूलना
  • इर्रेगुलर दिल की धड़कन या सीने में फड़कन
  • बार-बार सीने में जलन या खाना ढंग से डाइजेस्ट ना हो पाना
  • हाई ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल  
  • चलते समय पैरों में ऐंठन या दर्द
  • जबड़े, हाथ या छाती में जकड़न
  • अचानक पसीना आना या बिना वजह चिंता महसूस होना

अचानक क्यों नहीं पड़ता दिल का दौरा?
रिसर्चर्स ने 90 लाख से ज्यादा दक्षिण कोरियाई और हजारों अमेरिकियों पर 20 साल तक स्टडी की और पाया कि हार्ट अटैक, स्ट्रोक या दिल संबंधी गंभीर समस्या से पहले लगभग हर व्यक्ति में कम से कम एक संकेत मौजूद होता है. इसमें ब्लड प्रेशर में थोड़ी बढ़ोतरी, कोलेस्ट्रॉल का बढ़ जाना या ब्लड शुगर का थोड़ा ज्यादा होना भी शामिल हैं. इनका थोड़ा बहुत बढ़ना भी दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकती है. 

नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट डॉ. फिलिप ग्रीनलैंड बताते हैं कि अगर ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल या शुगर थोड़ी भी बढ़ती है तो उसको भी गंभीरता से लेना चाहिए. सही लाइफस्टाइल और जरूरी इलाज से जोखिम को कम किया जा सकता है. सीधे शब्दों में कहें तो दिल संबंधी घातक बीमारियों को रोकने का सबसे अच्छा तरीका समय रहते संकेत पहचानना और उचित कदम उठाना है.

क्या हैं हार्ट अटैक आने के सबसे बड़े कारण?
दिल की कोई भी बीमारी किसी एक वजह से नहीं होती. ये अक्सर समय के साथ कई कारणों के मिल जाने से होती हैं. डॉक्टर्स के अनुसार इसके कुछ मुख्य कारण धूम्रपान करना या धुएं के संपर्क में आना, बहुत देर तक बैठे रहना और एक्सरसाइज न करना, ज्यादा तला-भुना या मीठा खाना, शुगर का अचानक बढ़ना या घटना, हाई ब्लड प्रेशर और लगातार स्ट्रेस, चिंता या पूरी नींद ना लेना होते हैं.

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इनमें से कोई एक भी कारण आपकी आर्टरीज (धमनियों) को नुकसान पहुंचाना शुरू कर सकता है. जब दो या ज्यादा कारण साथ मिल जाते हैं, तो दिल का दौरा पड़ने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है.

कैसे हार्ट अटैक आने से पहले रोक सकते हैं आप?
इस रिसर्च से साफ पता लगता है कि हार्ट अटैक और स्ट्रोक अचानक नहीं आते. ये धीरे-धीरे होने वाले बदलावों का परिणाम होते हैं, जिन्हें समय पर पहचानकर सुधारा जा सकता है. डॉक्टर सलाह देते हैं कि सभी लोग रेगुलर टेस्टिंग कराते रहें भले ही आप हेल्दी महसूस कर रहे हों. अपने ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की लगातार जांच कराने से जान बचाई जा सकती है.
 
इसके साथ ही हेल्दी खाना खाएं, एक्टिव रहें, धूम्रपान छोड़ें और स्ट्रेस कम लें. इससे आप बुढ़ापे  तक अपने दिल को हेल्दी रख सकते हैं.

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