फैक्ट चेक: कोलकाता रेप-मर्डर केस की पीड़िता के पिता का नहीं है ये वीडियो, लेकिन असल कहानी भी भावुक कर देने वाली है

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दिख रहा है कि किसी अस्पताल में स्ट्रेचर पर रखकर एक शव को बाहर ले जाया जा रहा है. स्ट्रेचर के आगे एक आदमी को चलते देखा जा सकता है जो कतार में खड़े हॉस्पिटल स्टाफ के आगे हाथ जोड़ रहे हैं.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
ये कोलकाता रेप-मर्डर केस की पीड़िता के पिता हैं जो अपनी बेटी के शव को अस्पताल से बाहर ले जा रहे हैं.
सच्चाई
वीडियो का कोलकाता वाले मामले से कोई संबंध नहीं है. ये जून 2024 का विशाखापट्टनम के एक अस्पताल का वीडियो है जहां एक व्यक्ति ने अपने बेटे का देहदान किया था.

ऋद्धीश दत्ता

  • कोलकाता,
  • 22 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 12:07 PM IST

सोशल मीडिया पर कोलकाता रेप-मर्डर केस के जोड़ कर कई पोस्ट वायरल हो रहे हैं. इसी कड़ी में अब एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें किसी अस्पताल में स्ट्रेचर पर रखकर एक शव को बाहर ले जाया जा रहा है. स्ट्रेचर के आगे एक आदमी को चलते देखा जा सकता है जो कतार में खड़े हॉस्पिटल स्टाफ के आगे हाथ जोड़ रहे हैं.

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वीडियो के साथ कहा जा रहा है कि ये कोलकाता रेप-मर्डर केस की पीड़िता के पिता हैं जो अपनी बेटी के शव को अस्पताल से बाहर ले जा रहे हैं.

वीडियो को पोस्ट करते हुए लोग कैप्शन में लिख रहे हैं, “ये हिम्मत है उस पिता की जो मर के भी जिंदा है. महादेव जी ये पिता को ये लड़ाई लड़ने की शक्ति दे”. इस कैप्शन के साथ वीडियो को फेसबुक और एक्स पर सैकड़ो लोग शेयर कर चुके हैं. वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि इस वीडियो का कोलकाता वाले मामले से कोई संबंध नहीं है. ये जून 2024 का विशाखापट्टनम का वीडियो है.

कैसे पता की सच्चाई?

ये वीडियो इसी दावे के साथ बांग्ला भाषा में भी वायरल है. बांग्ला पोस्ट्स में जो वीडियो मौजूद है उसमें ‘@uttamchandshingvi’ नाम का एक इंस्टाग्राम हैंडल नजर आ रहा है. इस हैंडल पर वायरल वीडियो को 2 जून 2024 को शेयर किया गया था. ये बात यहीं साफ हो जाती है कि वायरल वीडियो कोलकाता वाली घटना होने से दो महीने पहले से ही इंटरनेट पर मौजूद है.

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इस इंस्टाग्राम वीडियो के साथ कैप्शन में कोई जानकारी नहीं दी गई है. इसलिए ये जानने के लिए हमने इस अकाउंट को चलाने वाले यूजर उत्तमचंद सिंघवी से संपर्क किया. सिंघवी ने हमें बताया कि वीडियो में स्ट्रेचर पर लेटे व्यक्ति का नाम विपिन मेहता था जिनकी 29 मई को विशाखापट्टनम में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. मेहता मूल रूप से राजस्थान के जालौर के नागरिक थे लेकिन आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में रहते थे.

इसके बाद सर्च करने पर हमें इस बारे में कुछ खबरें मिलीं. न्यूज 18 की 2 जून 2024 की खबर में वायरल वीडियो के साथ पूरे मामले के बारे में बताया गया है. खबर के मुताबिक, विशाखापत्तनम में सड़क हादसे में विपिन मेहता के सिर पर गहरी चोट लगी थी. अस्पताल में दो दिन तक इलाज के बाद उनकी मौत हो गई थी.

लेकिन विपिन की मौत के बाद उनके पिता प्रवीण मेहता ने दूसरों की जान बचाने के लिए बेटे का देहदान कर दिया था. प्रवीण के इस सराहनीय कदम के बाद अस्पताल के 300 सदस्यों ने विपिन मेहता के शव को गार्ड ऑफ ऑनर देकर अस्पताल से विदा किया था. वीडियो में भी यही नजर आ रहा है और स्ट्रेचर के आगे चल रहे व्यक्ति विपिन के पिता ही हैं.

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इसे लेकर दैनिक भास्कर ने भी खबर छापी थी. ये विशाखापत्तनम के पिनेकल अस्पताल का वीडियो है. वायरल वीडियो में भी एक जगह पर ‘PINNACLE HOSPITALS’ लिखा देखा जा सकता है.

 

यहां ये साबित हो जाता है कि वायरल वीडियो के साथ झूठा दावा किया जा रहा है कि ये कोलकाता रेप-मर्डर केस की पीड़िता के पिता हैं.

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