फैक्ट चेक: छत्तीसगढ़ में इमाम की पिटाई का वीडियो मुंबई का बताकर हो रहा वायरल

सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है. वीडियो में किसी पुलिस थाने के बाहर भगवा झंडे लिए भीड़ को जय श्रीराम के नारे लगाते हुए देखा जा सकता है. वीडियो को शेयर करते हुए इंस्टाग्राम यूजर्स कैप्शन में लिख रहे हैं, “मुंबई में जाग गया है हिंदू." इस वीडियो की सच्चाई कुछ और ही है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे मुंबई में हिंदुओं ने एक आदमी को पीटा.
सच्चाई
वीडियो मुंबई का नहीं बल्कि कुछ दिनों पुराना छत्तीसगढ़ के तिल्दा नेवरा का है, जहां भड़काऊ पोस्ट को लेकर स्थानीय लोगों ने एक इमाम को पीट दिया था.

अर्जुन डियोडिया

  • नई दिल्ली,
  • 11 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 9:37 PM IST

मुंबई का बताकर सोशल मीडिया पर एक विचलित कर देने वाला वीडियो काफी वायरल हो रहा है. वीडियो में किसी पुलिस थाने के बाहर भगवा झंडे लिए भीड़ को जय श्रीराम के नारे लगाते हुए देखा जा सकता है. भीड़ के बीच से कुछ लोग, रोते बिलखते एक घायल आदमी को थाने के अंदर ले जाते दिख रहे हैं. इस शख्स के मुंह से खून निकल रहा है.

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वीडियो को शेयर करते हुए इंस्टाग्राम यूजर्स कैप्शन में लिख रहे हैं, “मुंबई में जाग गया है हिंदू." यहां ध्यान देने वाली बात है कि 21 जनवरी 2023 को मुंबई के मीरा रोड इलाके में दो गुटों के बीच सांप्रदायिक हिंसा देखने को मिली थी. संभवत: इसी संदर्भ में ये वीडियो इंस्टाग्राम और फेसबुक पर शेयर किया जा रहा है. हालांकि ये बात सीधे तौर पर वायरल पोस्ट में नहीं लिखी है.

 

आज तक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल वीडियो मुंबई का नहीं, बल्कि कुछ दिनों पहले छत्तीसगढ़ के तिल्दा नेवरा इलाके में हुई एक घटना का है, जहां भड़काऊ पोस्ट को लेकर स्थानीय लोगों ने एक इमाम को पीट दिया था.

कैसे पता लगाई सच्चाई?

वायरल वीडियो में थाने का नाम “तिल्दा नेवरा” लिखा दिख रहा है. ये जगह छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर का हिस्सा है. इस क्लू के साथ कीवर्ड सर्च करने पर हमें इस वीडियो को लेकर छपी कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. रिपोर्ट्स में भी वीडियो को छत्तीसगढ़ के तिल्दा नेवरा का ही बताया गया है. ये बात यहीं साफ हो जाती है कि ये घटना मुंबई की नहीं है. 

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"दैनिक भास्कर" की एक रिपोर्ट के अनुसार, तिल्दा नेवरा के सिनोधा गांव के रहने वाले कुछ विशेष वर्ग के एक नाबालिग सहित तीन युवकों ने धर्म को लेकर कथित तौर पर कुछ भड़काऊ पोस्ट कर दिया था. ये पोस्ट कुछ ही समय में वायरल हो गया और थाने के बाहर हिन्दू संगठनों ने इसके खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस बीच इन लोगों ने थाना कैंपस में ही मारपीट भी की.

मामले पर “द क्विंट” की रिपोर्ट में विस्तार से बताया गया है. इसके मुताबिक, जिस आदमी को पीटा गया वो मौलाना असगर अली नाम का एक मदरसा टीचर था. साथ ही अली एक मस्जिद का इमाम भी है. 24 जनवरी को लोगों की भीड़ अली को सिनोधा गांव स्थित उनके घर से जबरन उठाकर तिल्दा नेवरा थाने ले गई. थाने कैंपस में ही उनके साथ मारपीट हुई.

इसके बाद अली और अन्य तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. अली पर आरोप था कि उन्होंने मदरसे में एक 14 साल के लड़के को भड़काया, जिसके चलते उसने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद सोशल मीडिया पर हिंदू विरोधी भड़काऊ पोस्ट शेयर किया. 

अली ने इन आरोपों को मानने से मना कर दिया. उनका कहना है कि जिस बच्चे ने भड़काऊ पोस्ट किया था वो उनके पास डेढ़ साल पहले पढ़ने आता था, न कि हाल फिलहाल में. इस मामले पर “द इंडियन एक्सप्रेस”   और "एनडीटीवी" ने भी खबरें छापी हैं.  

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