फैक्ट चेक: न्यूजीलैंड में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश का वीडियो, राम मंदिर से जोड़कर किया जा रहा है शेयर

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें हेलिकॉप्टर क्रैश होता हुआ दिखाई दे रहा है. इस वीडियो को राम मंदिर से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. आजतक के फैक्टचेक में ये दावा झूठा साबित हुआ है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
ये राम मंदिर में हाल ही में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश का एक वीडियो है.
सच्चाई
ये वीडियो राम मंदिर का नहीं बल्कि 2011 में  न्यूजीलैंड में हुई एक घटना का है.

अर्जुन डियोडिया

  • नई दिल्ली,
  • 29 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 1:30 PM IST

अयोध्या के राम मंदिर की चर्चाओं के बीच सोशल मीडिया पर हेलिकॉप्टर क्रैश का एक चौंकाने वाला वीडियो काफी वायरल हो रहा है. कहा जा रहा है कि ये राम मंदिर में हाल ही में हुई एक घटना का वीडियो है. 


वायरल वीडियो की शुरुआत में एक हेलिकॉप्टर को जमीन से काफी कम ऊंचाई पर उड़ते देखा जा सकता है. चंद सेकेंड बाद हेलिकॉप्टर किसी चीज से टकरा जाता है और अचानक क्रैश होकर नीचे गिर जाता है.

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राम मंदिर के संदर्भ में ये वीडियो इंस्टाग्राम और फेसबुक पर जमकर शेयर किया जा रहा है. 22 जनवरी, 2023 के एक ऐसे ही इंस्टाग्राम पोस्ट को खबर लिखे जाने तक लगभग 90 हजार बार शेयर किया जा चुका था.

जहां कुछ लोग वीडियो पर कमेंट कर रहे हैं कि ये भारत का नहीं है वहीं कुछ इसके साथ किए जा रहे दावे को सच भी मान रहे हैं. वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो राम मंदिर का नहीं बल्कि साल 2011 में न्यूजीलैंड में हुई एक घटना का है.

वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इस घटना का दूसरे एंगल से शूट किया हुआ वीडियो कई मीडिया रिपोर्ट्स में मिला. बीबीसी की 23 नवंबर, 2011 को छपी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि न्यूजीलैंड के ऑकलैंड के तट पर ये हेलिकॉप्टर एक क्रिसमस ट्री खड़ा करने की कोशिश कर रहा था. इसी दौरान हेलिकॉप्टर के ब्लेड्स उधर लगे केबल में फंस गए. इससे हेलिकॉप्टर का संतुलन बिगड़ा और वो नीचे गिर गया.

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खबर में बताया गया है कि हेलिकॉप्टर उड़ा रहे पायलट को गंभीर चोटें नहीं आई थीं. इस हादसे के बारे में उस समय “स्काई न्यूज”, “एनडीटीवी”  और “एबीसी न्यूज” ने भी खबरें छापी थीं. इन खबरों में भी वीडियो को ऑकलैंड का बताया गया है.   

  साफ है, न्यूजीलैंड के 12 साल से ज्यादा पुराने वीडियो को राम मंदिर का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.

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