Big Boss OTT में बार्थरोब बॉय के नाम से पहचाने जाने वाले जीशान खान कुछ समय पहले ही शो से निकाल दिए गए थे. जीशान पर आरोप था कि उन्होंने बिग बॉस हाउस के नियम को तोड़ते हुए हाथापाई की है. शो से बाहर हुए जीशान ने अब जाकर आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत कर अपना पक्ष रख रहे हैं.
मेरे बोलने से क्या हो जाएगा
मैं किसी को भी रिस्पॉन्सिबल नहीं मानता हूं. वैसे भी मेरे बोलने से क्या हो जाएगा कि कौन जिम्मेदार है या नहीं. जहां तक मुझे पता है, मैं अपना टास्क कर रहा था और उसी में फोकस था. बाकी के जो दो लोग थे जिनके साथ मेरी लड़ाई हुई, मुझे नहीं लगता कि उनका ध्यान टास्क पर था. उनका ध्यान किसी और ही चीज पर था. अगर ऑडियंस कुछ कह रही है और उन्हें जो दिख रहा है, वो तो सही है न क्योंकि शो लाइव है. वे हर चीज बारीकी से देखते हैं. मैं तो सबकुछ ऑडियंस पर ही छोड़ता हूं.
जनता का सपोर्ट ही मेरी ट्रॉफी
इस पूरे मामले में मैं यही कहना चाहूंगा कि सभी को सच्चाई पता है. लोग सब जानते हैं. जनता बेवकूफ नहीं है. मुझे गेम खेलने में मजा आ रहा था. हालांकि अंदर बहुत ही कंफ्यूज्ड था मैं, बाहर आने के बाद लोगों का प्यार देखकर मैं बहुत खुश हूं. वे चाहते हैं कि मैं जल्द ही घर वापस जाऊं. मेरे लिए यही जीत है कि लोगों का सपोर्ट और प्यार मिला. मैंने इसी में अपनी बिग बॉस की ट्रॉफी जीत ली है.
लोगों ने देखा, मेरे साथ नाइंसाफी हुई है
इस लड़ाई में मैं प्रतीक और निशांत भी मौजूद थे. जो भी गर्मा गर्मी हुई थी, मेरा फोकस बस टास्क पर था. मैं वाइट बोर्ड को सुरक्षित करने की कोशिश कर रहा था. उन्हें टास्क पर ध्यान नहीं था, उनका मन ही नहीं था, वे टास्क की प्रॉपर्टी भी तोड़ रहे थे. लोगों को लगता है कि मेरे साथ नाइंसाफी हुई है, तो जाहिर है हुई है. वैसे भी मैं ये बात नहीं कह रहा हूं. ये तो ऑनलाइन फैंस व सपोर्टर कह रहे हैं.
दिव्या को ही कनेक्शन बनाऊंगा
अगर मेरी वापसी होती है, तो मैं दिव्या को ही अपना कनेक्शन बनाऊंगा. दिव्या न केवल स्ट्रॉन्ग प्लेयर हैं, बल्कि मेरी बहुत अच्छी दोस्त भी है. मेरा और दिव्या का यही मकसद होता था कि हमें टास्क जीतकर आना है. इसलिए मैं उसके अलावा किसी और को अपने पार्टनर के रूप में देख ही नहीं सकता.
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दोबारा एंट्री के बाद भी कोई प्लानिंग नहीं करूंगा
अगर मेरी दोबारा एंट्री होती है, तो भी मैं कोई तैयारी नहीं करने वाला हूं. जब मैंने घर के अंदर अपना पहला कदम रखा था, तो जाहिर सी बात है मेरी स्ट्रैटेजी ही यही रही थी कि मैं जो हूं, वो ही घर के अंदर भी रहूंगा. लोगों को अगर मेरी क्वालिटी पसंद आई, तो बेहतर है और नहीं पसंद आई तो भी कोई बात नहीं. मुझे बाहर आने के बाद पता चला कि लोगों को मेरा यही रवैया पसंद आया है. मैं दोबारा भी कोई प्लानिंग के साथ एंट्री नहीं करने वाला हूं.
मुझे अपनी जीत पर यकीन था
लड़ाई देखकर मेरे परिवार और दोस्तों का रिएक्शन यही था कि वे गुस्से में थे. उन्होंने मुझसे कहा कि उनलोगों ने तुम्हें खरोंचा या नोंचा कैसे. यह सब क्या हो रहा है. वे मुझे लेकर परेशान हो गए थे क्योंकि मेरे बदन पर बहुत से निशान बन पड़े थे. मैंने उन्हें समझाया कि मैं स्ट्रॉन्ग हूं और इन सबपर ध्यान न दें. ये सब गेम है, होता रहता है. जिस तरह से मैं खेल रहा था, मुझे और परिवार वालों को यकीन था कि मैं ही ट्रॉफी जीतकर आऊंगा. मुझे भी अपनी जीत पर यकीन था लेकिन होनी को कुछ और मंजूर था. मैं उन सभी सिलेब्स व फैंस का शुक्रियाअदा करना चाहता हूं कि उन्होंने मेरे सपोर्ट में आवाज उठाई है.
नेहा वर्मा