कैसे BB के लिए चुने जाते हैं कंटेस्टेंट्स, क्या शो होता है स्क्रिप्टेड? मेकर्स ने पहली बार बताया सच

फैन्स के बीच सलमान खान का शो 'बिग बॉस 19' काफी चर्चा में आया हुआ है. इसमें मौजूद हर कंटेस्टेंट फिनाले में जाने की रेस में लगा है. लास्ट एविक्श नेहल और बसीर का हुआ. जिसके बाद शो के मेकर्स पर सवाल उठने लगे कि ये गेम फिक्स्ड है. हाल ही में इंडिया टुडे के साथ खास बातचीत में शो के प्रोड्यूसर ऋषि नेगी ने इसपर चुप्पी तोड़ी.

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कैसे होती है सलमान खान के शो 'बिग बॉस' की कास्टिंग (Photo: Screengrab) कैसे होती है सलमान खान के शो 'बिग बॉस' की कास्टिंग (Photo: Screengrab)

सना फरज़ीन

  • मुंबई,
  • 30 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 6:20 PM IST

'बिग बॉस' शो है. इसमें अगर बहसबाजी और कॉन्ट्रोवर्सी न हो, ऐसा कैसे हो सकता है? फैन्स भी शो के फॉर्मैट और स्क्रिप्ट को लेकर सवाल खड़े करते हैं. और ये इसी साल नहीं, बल्कि हर साल देखा जाता है. उन्हें लगता है कि कई बार तो शो का विनर तक फिक्स रहता है. कुछ कंटेस्टेंट्स के लिए ये कहा जाता है कि वो एक निर्धारित समय के लिए शो में लाए गए हैं. उन्हें किसी भी हाल में शो से बाहर नहीं किया जाएगा, क्योंकि कॉन्ट्रैक्ट में लिखा है. 

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इस साल ये सारी चर्चाएं मृदुल तिवारी, गौरव खन्ना और कुनिका सदानंद के लिए चल रही हैं. कहा जा रहा है कि तीनों को कॉन्ट्रैक्ट के भरोसे एक निर्धारित समय के लिए शो में एंटर करवाया गया है. इंडिया टुडे संग बातचीत में शो के प्रोड्यूसर ऋषि नेगी ने इस मुद्दे पर बात की. बताया कि किस तरह शो के लिए कंटेस्टेंट्स कास्ट किए जाते हैं, पूरा क्राइटीरिया बताया. 

शो के प्रोड्यूसर ने बताया सच
ऋषि नेगी ने कहा- शो में किसी भी तरह की एमजी (मिनीमम गारंटी) नहीं होती है. हर वीक कंटेस्टेंट्स को पैसे मिलते हैं. अगर आप किसी गारंटी पर आते भी हैं तो आपके तो दिमाग में यही रहेगा कि आपको घर में कुछ करना नहीं है और आप ये सोचकर चलोगे कि मैं तो सेफ हूं. हम किसी भी कंटेस्टेंट को इस तरह कॉन्ट्रैक्ट साइन करवाकर नहीं लेकर आते हैं. 

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सीजन सक्सेसफुल रहे, ये हम सुनिश्चित करते हैं. ऐसे में हम कास्टिंग को सही रखते हैं. क्योंकि हम जानते हैं कि ये शो इंडिया का सबसे ज्यादा देखे जाने वाला शो है. शो करीब 105 दिन तो चलता ही है. और ऑडियन्स का मनोरंजन करते रहना हमारी जिम्मेदारी होती है. सच कहूं तो हम लोग करीब 6 महीने तक कंटेस्टेंट्स को ढूंढते हैं. देश, दुनिया में मौजूद कई लोग और सेलेब्स से मिलते हैं. शायद टीम इस बार करीब 500 लोगों से मिली.  

कई बार हम लोगों को देश में कई जगह पर ट्रैवल भी करना पड़ता है, लोगों से मिलने के लिए. टीम की जरूरत होती है 'किरदार' को ढूंढना, न की नाम पर जाना. कई लोगों का सोचना है या मानना भी है कि हम कॉन्ट्रोवर्सी के बेसिस पर कास्टिंग करते हैं. इस साल मुझे नहीं लगता कि एक भी कंटेस्टेंट कॉन्ट्रोवर्शियल है. काफी सारे मजेदार किरदार हैं जो घर के अंदर बंद हैं, सभी लोग, नेचर में अलग हैं, उनका अप्रोच अलग है, उनकी भाषा अलग है, उनकी जिंदगी अलग रही है और यही मजे की बात भी है. जब एक ही जगह अलग-अलग तरह के लोग एक साथ रहते हैं तो आपको कॉन्टेंट मिलता है. और यही हो भी रहा है. 

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कैसे होती है कास्टिंग?
शो की टीम 'बिग बॉस' के लिए किसी को कास्ट करने के लिए या तो उस इंसान से मिलती है या फिर वीडियो कॉल पर होती है. यही शो का ऑडिशन प्रोसेस भी होता है. पहले लोगों को कॉल की जाती है, उनके बारे में थोड़ा जानने और समझ को लेकर. इसके बाद इनमें से चुने जाते हैं, जिनके साथ डिटेल में बातचीत होती है. सिलेक्शन में करीब 2-3 लेयर होती हैं, जिसमें कंटेस्टेंट को चुना जाता है.

जब ऋषि से पूछा गया कि किस तरह के सवाल पूछकर कंटेस्टेंट को देखा-परखा जाता है और ये तय किया जाता है कि वो शो के लिए बेस्ट है. तो इसपर प्रोड्यूसर ने कहा- कुछ ही सवाल पूछकर ये तय करना थोड़ा मुश्किल होता है. किसी स्थिति को एक व्यक्ति कैसे हैंडल करता है, ये हमारे लिए मायने रखता है. ये कोई एक्टिंग ऑडिशन नहीं है. उदाहरण के तौर पर अगर कोई कह रहा है कि मैं बहुत शांत किस्म का इंसान हूं तो क्या वो हैं, ये पता लगाना हमारी जिम्मेदारी है. ये भी हम देखते हैं कि अगर कोई स्थिति काफी ज्यादा खराब हुई तो उसमें वो इंसान कैसे रिएक्ट करेगा. हम कोई भी कंटेस्टेंट बहुत खराब स्थिति पैदा करने वाला शो के लिए नहीं चाहते हैं. उनकी रियल पर्सनैलिटी क्या है, ये देखते हैं, क्योंकि शो का फॉर्मैट यही है. 

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शो में कंटेस्टेंट्स की उड़ती है पर्सनल लाइफ की धज्जियां
'बिग बॉस' में अक्सर देखा गया है कि पुराने कंटेस्टेंट्स भी शो में आते हैं, जिससे वो शो में थोड़ा ड्रामा क्रिएट कर सकें. एक नया ट्रेंड भी देखा गया है, जहां शो में कंटेस्टेंट्स के पुराने कनेक्शन्स चर्चा में रहते हैं. फिर चाहे उन्होंने उसके बारे में सोशल मीडिया पर या फिर पॉडकास्ट पर बात की हो. वो भी शो में आते हैं, बतौर वाइल्ड कार्ड. टीम क्या इस बात पर भी ध्यान देती है? इसका जवाब देते हुए ऋषि ने कहा- नहीं. सीजन 17 में शायद ऐसा हुआ था. मुनव्वर फारूकी की पूर्व पार्टनर आयशा खान शो में आई थीं. पर हमारा ये क्राइटीरिया नहीं रहता. 

लोगों ने वो सीजन देखा है और सभी का कहना रहा कि टीम जानबूझकर मुनव्वर की एक्स गर्लफ्रेंड को शो में लेकर आई, लेकिन ऐसा नहीं था. मुनव्वर को लेकर एक स्टोरी चल रही थी, जिसके चलते उन्हें अंदर लाया गया था. मुनव्वर और आयशा की बीच की स्टोरी हम लोगों को मिली भी. पर हमारा ये इरादा बिल्कुल नहीं था. कई बार ऐसा होता है कि जब शो शुरू हो जाता है तो कास्टिंग एजेंट्स हम लोगों को कॉल करते हैं और बताते हैं कि कंटेस्टेंट की पर्सनल लाइफ में क्या चल रहा था. उनसे जुड़ा व्यक्ति शो में आना चाहता है, पर हमारा ये अजेंडा नहीं होता. क्योंकि हमें लगता है कि लोगों को सबकुछ समझ में आ जाएगा तो फिर शो में देखने के लिए बचेगा क्या.  

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हर बार ये चीज नहीं चलती. उस सीजन में इसलिए भी हुआ था, क्योंकि ईशा मालवीय, समर्थ जुरैल और अभिषेक कुमार की पर्सनल लाइफ शो में काफी बार उठाई गई थी. मुझे लगता है कि वो सिर्फ एक ही सीजन था, जिसमें ऐसा हुआ. इसके अलावा तो किसी में नहीं देखा गया. 

बता दें कि 'बिग बॉस 19' जियो हॉटस्टार पर आप रात 9 बजे देख सकते हैं. वहीं, अगर आप टीवी पर देखना चाहते हैं तो कलर्स पर ये रात 10.30 बजे आता है. 

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